नई दिल्ली/गाजियाबाद:कहते हैं कुछ करने का हौसला हो तो उम्र आड़े नहीं आती. गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन इलाके के रहने वाले महिपाल सिंह भी यही साबित करते हुए नजर आते हैं. उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है. जहां एक तरफ 60 साल की उम्र का पड़ाव करने के बाद लोग अधिकतर समय घर में बिताना पसंद करते हैं, वहीं दूसरी तरफ महिपाल सिंह हर दिन अधिकतर समय पसीना बहाते हुए बिताते हैं.
दरअसल महिपाल सिंह नेवी से रिटायर्ड कर्मचारी हैं. रिटायरमेंट के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू किया. कई सालों तक बिजनेस करने के बाद जब उनकी उम्र 60 साल के करीब पहुंची तो उनके बड़े बेटे ने कहा कि अब आप घर में आराम कीजिए और जिम्मेदारियों से मुक्त होकर सुकून की जिंदगी बिताइए. इसके बाद उन्होंने वॉक करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे उनकी रुचि दौड़ में भी बढ़ने लगी. फिर एक दिन उन्हें पता चला कि जिले में कई ऐसी प्रतियोगिताएं होती हैं, जिसमें सीनियर सिटीजन भाग ले सकते हैं. बस फिर क्या था, उन्होंने डिस्ट्रिक्ट मार्टर्स एथलीट चैंपियनशीप में भाग लिया और पहले 1500 मीटर, फिर 5000 मीटर और उसके बाद 10000 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया.
पहली जीत हासिल करने के बाद महिपाल सिंह का हौसला बढ़ता गया, जिसके बाद उन्होंने चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया. वहां उन्हें 7वीं रैंक प्राप्त हुई. वह प्रदेश स्तर पर भी कई प्रतियोगिताओं में महिपाल सिंह भाग ले चुके हैं, जिसमें से अधिकतर प्रतियोगिताओं में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है. इसके अलावा वे कोलकाता में आयोजित 43वें नेशनल मास्टर्स एथलीट चैंपियनशिप में दस हजार मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.