नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर स्थित राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान का उद्घाटन हुए एक साल से अधिक हो गया है. लेकिन इसके एक साल बाद भी यूनानी अस्पताल, ओपीडी तक सिमट कर रह गया है. अस्पताल की शुरुआत में दावा किया गया था कि यहां ओपीडी समेत विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. लेकिन ओपीडी के सिवा यहां कुछ भी शुरू नहीं हुआ. हालांकि बीते एक साल में यहां आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अब यह बात सामने आ रही है कि जल्द ही अस्पताल में अन्य मेडिकल सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाने वाली हैं.
जानकारी के अनुसार, इस यूनानी अस्पताल में हर दिन करीब एक हजार मरीज पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ ओपीडी की सुविधा और दवाइयां ही मिल पाती हैं. अस्पताल में किसी प्रकार का टेस्ट आदि नहीं किया जाता है. इसके अलावा अस्पताल में किसी मरीज को भर्ती करने की सुविधा भी नहीं है. यूनानी अस्पताल में फिजियोथैरेपी, हिजामा थेरेपी, कपिंग थेरेपी, नर्सरी इंटेंसिव केयर यूनिट, ऑपरेशन, डिलीवरी, दर्द के लिए मसाज आदि की शुरुआत होनी थी. लेकिन अस्पताल ओपीडी और फार्मेसी से आगे नहीं बढ़ सका है.
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन, गाजियाबाद के ओएसडी प्रोफेसर जुलकिफले ने बताया कि यूनानी अस्पताल पर लोगों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है. औसतन यहां हर दिन एक हजार मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं. यह संख्या अधिकतम 1,400 तक जा चुकी है. यूनानी अस्पताल की शुरुआत में ओपीडी में केवल 200 मरीज ही रोज आते थे, लेकिन इनकी संख्या में इजाफा होना इस बात का प्रमाण है की यूनानी अस्पताल से लोगों को काफी स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है.