नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम की आम सभा की बैठक में शोर शराबे के बीच सत्ता पक्ष ने अपना एजेंडा पारित कर लिया. विपक्षी भाजपा सदस्यों ने इसे सत्ता पक्ष की मनमानी बताया. वहीं, नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा कि भाजपा नकारात्मक राजनीति छोड़कर विपक्ष में बैठने की आदत डालें और सकारात्मक सहयोग करेंगे तो निगम तेजी में तेजी से काम होगा.
मेयर ने नालों की सफाई पर शुरू की चर्चा:मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने अल्पकालिक चर्चा नालों की सफाई पर शुरू कराते हुए कहा कि मॉनसून से पहले यह जरूरी है कि इस पर सकारात्मक चर्चा की जाए. उन्होंने कहा कि खुद सभी विभागों की बैठक लेते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नालों की सफाई का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए, लेकिन इस चर्चा में आम आदमी पार्टी भाजपा, कांग्रेस के सदस्य मुख्य विषय पर बोलने की जगह अपनी ही बातें रखते नजर आए. इस दौरान दोनों तरफ के पार्षद एक-दूसरे से छींटाकशी करते रहे. भाजपा पार्षदों के लेट आने की वजह से सदन की कार्यवाही एक बार 15 मिनट के लिए स्थगित भी हुई.
मेयर से निराश हुई भाजपा पार्षद:चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा की शिखा राय ने कहा कि सदन में जिस तरह का मेयर माहौल बना रही हैं, उससे हम निराश हैं. यदि गिने-चुने लोगों को ही बोलने का मौका देना है, तब सदन बुलाने का क्या जरूरत है. आम आदमी पार्टी की प्रीति ने कहा कि हमें सदन में बड़ी सोच के साथ चलना होगा, पाषर्दों को अधिक से अधिक बोलने का मौका मिले. हमें इसके मिलकर प्रयास करने होंगे. उन्होंने कहा कि पाषर्दों की आपसी लड़ाई का मजा अधिकारी ले रहे हैं, बड़े अधिकारी जहां हुकूमत चला रहे हैं, वहीं निचले दलाली कर रहे हैं.