नई दिल्ली:दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने ऑस्ट्रेलिया में आयोजित 'एशिया पैसिफिक सिटीज समिट' में केजरीवाल मॉडल को पेश किया. उन्होंने बताया कि दिल्ली को दुनिया का सबसे स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है. राजधानी के 250 वार्ड से हर रोज 11 हजार टन कूड़ा निकालता है, जिसे विभिन्न वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में निस्तारण के लिए भेजा जाता है.
दिल्ली को स्वच्छ बनाने के लिए 2446 ऑटो टिपर, 52 रोड स्वीपिंग मशीन, 4076 व्हील बैरो व अन्य वाहनों व मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है. निगम ने तीनों लैंडफिल साइटों पर जमा लिगेसी कचरे के निस्तारण के लिए ट्रॉमल मशीन स्थापित की. निगम ने बड़ी मात्रा में लिगेसी कचरे का निस्तारण किया, जिसके फलस्वरूप लैंडफिल साइट पर कचरे के ढेर की ऊंचाई कम कर दी गई है. निगम मार्च 2024 तक लैंडफिल साइटों को दिल्ली के मानचित्र से हटाने को लेकर प्रयत्नशील है.
जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित किया:मेयर ने कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन 6 हजार टन सीएंडडी वेस्ट उत्पन्न होता है. इसके निस्तारण के लिए निगम ने बक्करवाला, बुराड़ी, रानीखेड़ा और शास्त्री पार्क में 4 सीएंडडी पार्क स्थापित किए हैं. इसके अतिरिक्त निगम ने 12 जोन में 353 कॉलोनियों को जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित किया है, जहां 100 प्रतिशत कूड़े का पृथक्करण और कम्पोस्टिंग की जाती है. प्लास्टिक वेस्ट से निपटने के लिए भी एमसीडी ने 100 दिन तक एक विशेष अभियान चलाया, जिसके तहत लगभग 14 हजार किलो प्लास्टिक को जब्त किया गया. इसके अतिरिक्त 34 बोतल क्रैशर मशीन भी विभिन्न बाजारों में स्थापित की गई.
तीन विश्वस्तरीय पार्क विकसित:शैली ओबरॉय ने कहा कि निगम ने 3 शानदार पार्क- भारत दर्शन पार्क, वेस्ट टू वंडर पार्क, शहीदी पार्क विकसित किए. इन पार्कों में कबाड़ व कूड़े से दुनिया एवं भारत की ऐतिहासिक स्मारकों की प्रतिकृतियां बनाई गई है. निगम भविष्य में वेस्ट टू वेल्थ पर आधारित 3 और पार्क बनाने की योजना बना रहा है.
ये भी पढ़ें:
- CM केजरीवाल ने मोदी सरकार कसा तंज, कहा- पढ़-लिखकर रोजगार न मिले तो फिर शिक्षा किस काम की
- एमसीडी के स्कूलों में प्राइमरी लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत, 146 प्रिंसिपलों को बनाया गया फैसिलिटेटर