नई दिल्ली:दिल्ली के सैकड़ों छठ समितियों के पदाधिकारी शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी (BJP MP Manoj Tiwari) के निवास पर पहुंचे. उन्होंने यमुना किनारे छठ पूजा पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ एक बैठक का आयोजन किया.
बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में बरसों से यमुना के किनारे निर्विघ्न रूप से छठ पूजा का आयोजन होता रहा है, तो आज ऐसी क्या विशेष परिस्थिति आ गई कि छठ पूजा को यमुना के किनारे प्रतिबंधित कर दिया गया. दिल्ली सरकार का यह कदम चिंताजनक और दिल्ली में रह रहे 50 लाख से अधिक पूर्वांचलियों का अपमान है, जिनके लिए छठ सबसे बड़ा त्योहार है. तिवारी ने आरोप लगाया कि जो लोग पूर्वांचलियों की एकता से डरे (People afraid of unity of Purvanchal people) हुए हैं, वे छठ पर्व को अपमानित करने के लिए निशाना बना रहे हैं.
ये भी पढ़ें: दिल्ली: उपराज्यपाल ने भलस्वा झील का किया दौरा, दिए छठ पर्व से पहले साफ सफाई के निर्देश
उन्होंने कहा कि छठ पूजा से यमुना मैली नहीं होती है, असलियत में केजरीवाल का मन मैला है. छठ पूजा पर आस्था को लेकर लाखों लोगों की एकजुट पूर्वांचल एकता से कई लोग घबराए हुए हैं. छठ पूजा करते ने यमुना का जल और उसके किनारे निर्मल और सुंदर होते हैं. अर्घ्य देते समय व्रत धारी जल में गंगा जल एवं गाय को दूध को छोड़ते हैं, जिससे जल की शुद्धता बढ़ती है ना कि जल गंदा होता है.
ये भी पढ़ें: इस बार छठ पूजा पर सफाई से लेकर सुरक्षा तक की व्यवस्था शानदार होगी: केजरीवाल
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दो साल बाद इस बार दिल्ली में छठ बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा. आप सरकार ने त्योहार के जश्न के लिए 1,100 स्थानों पर सभी सुविधाओं की व्यवस्था की है. छठ पर्व की व्यवस्था के लिए 25 करोड़ रुपये का कोष अलग रखा गया है. छठ समितियों की पदाधिकारियों की बैठक की अगुवाई राष्ट्रीय पूर्वांचल महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष सिंह ने की. इस अवसर पर विनोद चौधरी मनीष चौधरी शशि शेखर सिंह सहित सैकड़ों छठ समिति पदाधिकारी मौजूद रहे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप