नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के एक सुपरवाइजर सुशील द्वारा पत्नी और बच्चों पर चाकू से हमला करने के बाद आत्महत्या की जांच कर रही शाहदरा थाना पुलिस को अब तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिसकी वजह से यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर सुशील ने इस खौफनाक वारदात को क्यों अंजाम दिया. जांच में सामने आया है कि सुशील पर लाखों का कर्ज था.
मौके से बरामद दस्तावेज से पता चला है कि सुशील ने गहने गिरवी रखकर लोन लिया था और वह वित्तीय बोझ तले दबा हुआ था. ऐसे में संभावना है कि लोन के दबाव में सुशील अपने परिवार को ही खत्म करने का फैसला लिया हो. हालांकि सुशील के परिवार लोन की जानकारी से इंकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि परिवार में किसी तरीके की कोई दिक्कत नहीं थी, न ही पैसे की कोई तंगी थी.
सुशील के हमले से उसकी पत्नी और बेटी की मौत हो चुकी है, लेकिन उसके बेटे का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. उसकी हालत अभी भी नाजुक है. मंगलवार तकरीबन 12 बजे सुशील कुमार नाम के मेट्रो कर्मचारी ने पुलिस को कॉल करके बताया कि वह मेट्रो में काम करता है. उसके साथ काम करने वाला सुशील आज ड्यूटी पर नहीं आया था. जब ड्यूटी पर नहीं आने की वजह जानने के लिए उसने सुशील को फोन किया तो सुशील रो रहा था और बोल रहा है कि मैंने घर में सबको मार दिया है और सुसाइड करने जा रहा है.