नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में गेमिंग ऐप के जरिए धर्मांतरण कराने के मामले में कोर्ट ने मुख्य आरोपी शहनवाज उर्फ बद्दो को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इससे पहले पुलिस उसे गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंची थी, जहां उसका मेडिकल परीक्षण करवाया गया था. इस दौरान मीडिया ने आरोपी से बात करने की कोशिश भी की थी, लेकिन वह मीडिया के सवालों से बचता और भागता नजर आया.
बताया गया कि आरोपी से ट्रांजिट रिमांड के दौरान पुलिस ने मंगलवार को पूछताछ भी की. सूत्र बताते हैं कि आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उसने बताया है कि उसके कुछ ऐसे ईमेल अकाउंट हैं, जिनका कनेक्शन पाकिस्तान से है. यह ईमेल आईडी, जिस आईपी एड्रेस से क्रिएट की गई थी और ऑपरेट की जा रही थी, उसके पाकिस्तान से होने का शक है. हालांकि, पुलिस ने मामले में आधिकारक तौर पर कुछ नहीं कहा है.
पाकिस्तान के यूट्यूब चैनल की बात स्वीकारीः पुलिस का कहना है कि यह सभी बातें जांच का विषय है. पुलिस को शक है कि आरोपी के कुछ बैंक अकाउंट पाकिस्तान में भी हैं, जिनके बारे में पूछताछ की जाएगी. इसके अलावा आरोपी ने कुछ यूट्यूब चैनल के बारे में भी बताया है, जो पाकिस्तान से ऑपरेट किए जा रहे हैं. आरोपी इन्हीं यूट्यूब चैनल का लिंक अपने शिकार को भेजा करता था. इसमें भड़काऊ और आपत्तिजनक वीडियो पाए गए थे. जब उसे कोर्ट से जेल ले जाया जा रहा था तो मीडिया ने उससे पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में सवाल पूछा, लेकिन वह कुछ नहीं बोला.
चेहरे पर नहीं दिखा पछतावाः इससे पहले सोमवार को गाजियाबाद पुलिस ने महाराष्ट्र की एक अदालत से मांग की थी कि उन्हें बद्दो की ट्रांजिट रिमांड दी जाए, ताकि उसे गाजियाबाद लाकर पूछताछ की जा सके. मंगलवार को पुलिस उसे लेकर गाजियाबाद लेकर पहुंची थी. बद्दो को जब मेडिकल के लिए संजय नगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया तो वहां पर उसके चेहरे पर कोई पश्चाताप नजर नहीं आया. उसे भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट लाया गया था. इस मामले पर कई केंद्रीय एजेंसियों की भी नजर बनी हुई है. आरोपी बद्दो को महाराष्ट्र पुलिस की मदद से ठाणे में गिरफ्तार किया गया था. सोमवार को महाराष्ट्र की एक अदालत ने बद्दो का ट्रांजिट रिमांड मंजूर कर लिया.