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आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल की तर्ज पर बनाए जा रहे लर्निंग लैब, खिलौने और पेंटिंग्स के माध्यम से सीख रहे बच्चे

play schools in Anganwadi centres गाजियाबाद में आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. प्रत्येक ब्लॉक में एक आंगनबाड़ी केंद्र का चुनाव कर उसमें बच्चों के लिए तमाम फैसिनेटिंग सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है. जानिए, क्या खास हैं गाजियाबाद के इन आंगनवाड़ी केंद्रों में...

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 22, 2023, 11:08 PM IST

आंगनवाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा

नई दिल्ली गाजियाबाद: गाजियाबाद में आंगनबाड़ी द्वारा एक नई पहल की जा रही है. गाजियाबाद के प्रत्येक ब्लॉक में एक आंगनबाड़ी केंद्र को चिन्हित कर लर्निंग लैब के तौर पर तैयार किया गया है. शहरों में प्ले स्कूल की सुविधा मौजूद होती है लेकिन गांव में प्ले स्कूल नहीं होते हैं. ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्र ही एकमात्र विकल्प मौजूद होता है. आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लब के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जहां छोटे बच्चों का ओवरऑल डेवलपमेंट हो सकेगा.

बच्चों के हिसाब से डिजाइन:छोटे बच्चे शिक्षा स्वास्थ्य खेलकूद आदि से संबंधित सभी बातें आसानी से यहां सीख सकेंगे. लर्निंग लैब में बच्चों को इंडोर गेम्स और आउटडोर गेम्स, अक्षर ज्ञान, पेड़ पौधों और फूलों की जानकारी, स्वास्थ्य संबंधित विभिन्न बातों की जानकारी देने के लिए दीवारों पर पेंटिंग तैयार की गई है.

आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए अलग शौचालय और रसोई भी बनाई गई. मुरादनगर ब्लॉक के बसंतपुर संताली गांव में बने आंगनबाड़ी केंद्र में तकरीबन 30 बच्चे हैं. बच्चों के ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए यहां विभिन्न प्रकार के खिलौने मौजूद हैं, जिससे कि बच्चे खेल-खेल में अक्षर ज्ञान हासिल कर सकते हैं. बच्चों के फिजिकल डेवलपमेंट पर ध्यान देने के लिए आउटडोर गेम्स भी मौजूद है.

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आंगनवाड़ी की नई पहल: आंगनबाड़ी केंद्र को इस तरह से विकसित किया गया है कि बच्चे आसानी से सभी चीजों को सीख सकें. आगनवाड़ी कार्यक्रति सुदेश ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों का काफी मन लग रहा है. बच्चों के परिजन भी काफी खुश हैं कि उनके बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में काफी सीख रहे हैं.

आंगनबाड़ी केंद्र में लर्निंग लैब स्थापित होने के बाद बच्चों को खिलौने के माध्यम से अक्षर ज्ञान को सिखाने में काफी आसानी हो गई है. आंगनबाड़ी केंद्र में पहले बच्चे जमीन पर बैठते थे लेकिन अब बच्चों के बैठने के लिए टेबल और चेयर की व्यवस्था भी की गई है. आंगनबाड़ी कार्यक्रति रमा रानी बताती हैं कि पहले इस तरह से कभी आंगनबाड़ी केंद्र का किया क्लब नहीं हुआ. आंगनबाड़ी केंद्र में पेंटिंग होने के बाद बच्चे पेंटिंग्स के माध्यम से अल्फाबेट्स, बॉडी पार्ट्स, गिनती आदि जल्दी सीख रहे हैं.

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