नई दिल्ली:मैं भी किसान की बेटी हूं, वर्दी के साथ दगा नहीं कर सकती, 1 इंच भी आगे बढ़ने नहीं दूंगी. ये शब्द दिल्ली पुलिस की उस बहादुर महिला पुलिसकर्मी के हैं, जिसने बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली में घुसने का प्रयास कर रहे किसानों के ट्रैक्टर को रोक लिया. महिला इंस्पेक्टर पुष्प लता ने ट्रैक्टर के सामने लटक गईं, इस दौरान उन पर ट्रैक्टर चढ़ाने की भी धमकी दी गई, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और साथी पुलिसकर्मियों की मदद से ट्रैक्टर को आगे बढ़ने नहीं दिया. पुष्पदीप को समझाने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत भी वहां पहुंचे लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी.
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने तय रुट के बजाए दिल्ली के लाल किला की तरफ मार्च किया. इस मार्च के दौरान किसानों ने पुलिस कर्मियों द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग में तोड़फोड़ की और गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई. इसके अलावा पुलिस पर हमला किया. उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को लाठीचार्ज के साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े. इसी दौरान एनएच 24 पर ड्यूटी कर रही पुष्प लता ने एक ट्रैक्टर को रोक लिया, ट्रैक्टर आगे बढ़ने की कोशिश की तो वह ट्रैक्टर के अगले हिस्से पर लटक गईं.