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जानें, डासना जेल में कैदियों के साथ क्या कर रहा निठारी कांड का कुख्यात अपराधी मोनिंदर सिंह पंढेर

निठारी कांड का कुख्यात अपराधी मोनिंदर सिंह पंढेर इन दिनों डासना जेल में बंद है. उसे दो मामलों में फांसी की सजा हुई है और इसे खत्म कराने के लिए उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील कर रखी है जिस पर इसी माह सुनवाई होनी है. वह इन दिनों जेल में कैदियों को पाठ पढ़ा रहा है. जानें क्या है मामला:-

डासना जेल अधीक्षक आलोक सिंह
डासना जेल अधीक्षक आलोक सिंह

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Published : Dec 11, 2022, 1:52 PM IST

Updated : Dec 11, 2022, 10:15 PM IST

जेल में कैदियों के साथ क्या कर रहा कुख्यात मोनिंदर सिंह पंढेर

नई दिल्ली/नोएडा :डासना जेल में बंद नोएडा के चर्चित निठारी कांड का कुख्यात अपराधी मोनिंदर सिंह पंढेर (Moninder Singh Pandher) इन दिनों जेल में मौजूद अन्य बंदियों को अंग्रेजी सिखा रहा है. सुबह 9 बजे से 11 बजे तक पंढेर जेल में बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाता है. तकरीबन तीन महीने से पंढेर क्लास ले रहा है.

दो दर्जन कैदियों को पढ़ा रहा अंग्रेजी : जिला कारागार गाजियाबाद के अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि कैदी मनिंदर सिंह पंढेर ने बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाने पर सहमति जताई. इसके बाद जेल में अंग्रेजी की क्लास शुरू की गई. मनिंदर सिंह पंढेर करीब दो दर्जन बंदियों को अंग्रेजी पढ़ा रहा है. रोजाना अंग्रेजी की क्लास लगती है. सुबह नौ से ग्यारह के बीच क्लास होती है. बंदियों को अंग्रेजी पढ़ाने के लिए जेल में किताबें भी मौजूद हैं.

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देश भर में सुर्खियों में रहा था निठारी कांड :वर्ष 2005 और 2006 के बीच नोएडा का निठारी कांड लंबे समय तक देश भर में सुर्खियों में रहा. नोएडा में कोठी मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली ने तमाम लड़कियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के बाद बेरहमी से मार डाला था. यहां तक कि उनका खून पिया और अंग को उबालकर खाया था. बाद में अंग बरामद हुए तो इस खौफनाक कांड का राज खुला. जिसके बाद पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया था.

० 29 दिसंबर 2006 को नोएडा में मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के पीछे मौजूद नाले से 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे.

० 29 दिसंबर 2006 को मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

० 30 दिसंबर 2006 को सीबीआई को मानव हड्डियों के कुछ हिस्से और तीन दर्जन से ज्यादा ऐसे पैकेट मिले, जिनमें मानव अंगों को भरकर फेंका गया था.

० 5 जनवरी 2007 को मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को पुलिस नार्को टेस्ट के लिए गांधीनगर लेकर गई थी.

० 10 जनवरी 2007 को सीबीआई ने मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली से पूछताछ शुरू की थी. पूछताछ के बाद जांच करने के लिए सीबीआई निठारी पहुंची. पंढेर के घर के आसपास की तलाशी ली गई तब आसपास से और भी हड्डियां बरामद हुई थीं.

० 8 फरवरी 2007 को कोली और पंढेर को 14 दिन की सीबीआई की हिरासत में भेजा गया था.

० मई 2007 को सीबीआई ने मनिंदर सिंह पंढेर को अपनी चार्जशीट में अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरोपमुक्त कर दिया था. दो माह बाद अदालत की फटकार के बाद सीबीआई ने मनिंदर सिंह पंढेर को मामले में सहअभियुक्त बनाया.

फांसी की सजा के खिलाफ अपील: निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर की फांसी की सजा के खिलाफ अपील पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में 14 नवंबर 2022 को सुनवाई हुई थी. अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 20 दिसंबर की तारीख नियत की है. सीबीआई कोर्ट गाजियाबाद (CBI Court Ghaziabad) ने पंढेर को दो मामले में फांसी की सजा सुनाई है, जिन्हें अपील में चुनौती दी गई है. मोनिंदर सिंह पंढेर पर कुल छह मामले दर्ज हैं, तीन मामलों में बरी, दो में फांसी की सजा और चौथे मामले में अदलात ने उसे देह व्यापार का दोषी माना था. फिलहाल पंढेर जेल में हैं.

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Last Updated : Dec 11, 2022, 10:15 PM IST

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