नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में हर त्योहार का महत्व होने के साथ उसके पीछे कोई कथा भी होती है. ऐसा ही एक त्योहार है गोवर्धन पूजा जो कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है. इस साल इसे लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है. हालांकि, ये त्योहार इस बार मंगलवार 14 नवंबर को मनाया जाएगा.
आचार्य शिव कुमार शर्मा के मुताबिक, 14 नवंबर को कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि दोपहर 02:36 तक रहेगी. उदया तिथि में होने के कारण यह 14 नवंबर को ही मनाया जाएगा. साथ ही इस दिन दोपहर 1:55 शोभन योग है. जो गोवर्धन पूजा के लिए बहुत श्रेष्ठ है. इसलिए सूर्योदय से लेकर लगभग दोपहर दो बजे तक गोवर्धन पूजा की जाएगी. इस दिन लोग घर और मंदिर में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति बनाते हैं.
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दरअसल, भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को ही अपनी कनिष्ठा उंगली पर उठाकर भगवान इंद्र के कोप से हजारों बृजवासियों व अन्य जीव जंतुओं को बचाया था. इसलिए गोवर्धन पर्वत को भगवान के समान माना जाता है, जिसके चलते उनकी पूजा की जाती है. कई राज्यों में इस दिन को अन्नकूट भी कहा जाता है, जिसमें भगवान को 56 प्रकार के भोग लगाए जाते हैं. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की भी पूजा की जाती है. मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है.
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