नई दिल्ली:सावन में भगवान शिव और कांवड़ की बात की जाए और कांवड़ यात्रा से जुड़े धार्मिक स्थानों का जिक्र न हो, ऐसा संभव नहीं. चार जुलाई से शुरू हुए सावन में कांवड़ यात्री दूर-दूर से भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाने निकल पड़े हैं. वैसे तो कांवड़ यात्रा से जुड़े कई धार्मिक स्थल हैं, लेकिन आज हम आपको बताएंगे उस स्थान के बारे में, जिसे गाजियाबाद का हरिद्वार माना जाता है.
गाजियाबाद में छोटा हरिद्वार: मुरादनगर में गंग नहर पर स्थित है छोटा हरिद्वार. श्रद्धालुओं के दिलों में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान है. यहां सावन के महीने में भक्तों का जनसैलाब उमड़ता है, जिसके लिए प्रशासन की तरफ से भी सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाती हैं. यहां के महंत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि छोटा हरिद्वार में मां गंगा हर की पौड़ी से आई हैं. इसके अलावा यहां कई संतों की समाधि भी है, जिन्होंने यहां पर तपस्या की है. कहते हैं कि यहां सबकी मनोकामना पूर्ण होती हैं, जिससे यहां दूर-दूर से श्रद्धालुओं का आना होता है.
यहां से जल ले जाते हैं कांवड़: महंत मुकेश गोस्वामी ने आगे बताया कि जो शिवभक्त किसी कारणवश हरिद्वार जाने में असमर्थ होते हैं, वह छोटा हरिद्वार आकर जल लेकर जाते हैं. भगवान दूरी नहीं बल्कि आस्था को देखते हैं. छोटा हरिद्वार से काफी लोगों की आस्था जुड़ी है और यहां लाखों की संख्या में लोग सामान्य कांवड़, दांडी कांवड़, खड़ी कांवड़ और डाक कांवड़ लेकर जाते हैं. यहां पर भगवान शिव, भगवान नारायण, भगवान शनि और भगवान भैरव के मंदिर हैं.