गाजियाबाद में आवास विकास के JE को बनाया बंधक नई दिल्ली/गाजियाबादः गाजियाबाद के आवास विकास परिषद के जेई जब अवैध निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए पहुंचे तो लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया. जेई पर लोगों ने आरोप लगाया कि वह रिश्वत की मांग कर रहे थे. हालांकि, जेई का कहना है कि वह अवैध निर्माण रुकवाने के लिए पहुंचे थे. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों की तरफ से मामले में शिकायत दर्ज कराई गई है. (JE in Ghaziabad taken hostage)
मामला गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के वसुंधरा इलाके का है. यहां पर जेई प्रणवीर सिंह पहुंचे थे. उनका कहना है कि यहां पर अवैध कंस्ट्रक्शन किया जा रहा था, जिसे रुकवाने के लिए आए थे. कुछ दिन पहले निर्माण रुकवा दिया गया था, लेकिन फिर से कंस्ट्रक्शन शुरू किया गया था. इसके बाद जब गुरुवार को कंस्ट्रक्शन को रुकवाने की कोशिश की गई तो सरकारी काम में बाधा डालकर टीम को बंधक बना लिया गया. आरोप है कि जिस समय लोगों ने जेई को बंधक बनाया, उस समय उनका फोन भी छीन लिया गया और कहीं फोन नहीं करने दिया गया.
वहीं, मौके पर मौजूद महिला सुषमा का कहना है कि उनसे निर्माण के एवज में रुपए की मांग की जा रही थी. इससे पूर्व में भी उनके निर्माणाधीन मकान के निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश की गई. आरोप है कि कंस्ट्रक्शन के एवज में 50 हजार की मांग की जा रही थी और रुपए नहीं देने पर जेई ने काम रुकवा दिया. इसके बाद लोगों ने हंगामा किया तो मौके पर पुलिस भी आ गई. पुलिस के सामने भी लोगों ने हंगामा किया. लोगों ने पुलिस को भी बताया कि उनसे रुपए की मांग की जा रही थी.
दोनों पक्षों के आरोपों पर जांचःमौके पर पहुंची पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच की बात कह रही है. क्योंकि दोनों पक्ष अपनी अपनी तरफ से आरोप लगा रहे हैं, लेकिन किसके आरोप सही हैं या किसके आरोप गलत हैं, यह जांच के बाद साफ होगा. बताया जा रहा है कि मामले में दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत भी दर्ज कराई गई है.
आवास विकास के जेई की तरफ से शिकायत दी गई है कि अवैध कंस्ट्रक्शन रोकने के लिए जब वह गए तो उन्हें बंधक बना लिया गया. पूरी टीम को बंधक बनाकर मारपीट की गई. वहीं जिस महिला के घर का निर्माण चल रहा था, उनकी तरफ से यहीं पर घूस मांगने की शिकायत दी गई है. देखना यह होगा के मामले में क्या कुछ निकल कर सामने आता है.