नई दिल्ली/गाजियाबाद: गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग छात्र के धर्मांतरण के मामले में अब केंद्रीय जांच एजेंसी आईबी की एंट्री हो चुकी है. बता दें गाजियाबाद में पुलिस ने गेमिंग ऐप के जरिए धर्म परिवर्तन करने वाले गैंग का खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने एक मौलाना को रविवार को गिरफ्तार किया था. इस मामले के तार महाराष्ट्र से लेकर चंडीगढ़ तक जुड़े हुए हैं. सूत्रों का कहना है कि इस मामले में आतंकी कनेक्शन की जांच भी एजेंसी की मदद से शुरू कर दी
गई है.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा: मामला गाजियाबाद के कविनगर इलाके का है. यहां पर कुछ दिन पहले एक जैन परिवार ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनके बेटे को गेमिंग एप में फंसा कर उससे आयतें पढ़ाई जा रही है. परिजनों का कहना था कि यह सब ऑनलाइन हो रहा है और बद्दो नाम का शख्स महाराष्ट्र से शामिल था. वहीं इस मामले में संजय नगर के एक धार्मिक स्थल में काम करने वाले मौलाना का नाम भी सामने आया था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मौलाना का नाम अब्दुल था. मामले में बद्दो की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है.
गेमिंग एप्लीकेशन के जरिएधर्मांतरण का खेल:डीसीपी ने मामले में बताया था कि टीनएजर लड़कों को एक गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए अट्रैक्ट करके फोर्टनाइट नाम के मोबाइल एप्लीकेशन से उन्हें जोड़ दिया जाता था. गेम जीतने का लालच देकर हिंदू बच्चों से आयतें पढ़ने के लिए कहा जाता था. इसके बाद उन्हें प्रतिबंधित व्यक्ति जाकिर का भड़काऊ वीडियो भी दिखाया जाता था और धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जाता था. जैन परिवार के पीड़ित बच्चे के बारे में पता चला है कि उसे विशेष धर्म के धार्मिक स्थल पर भी बुलाया गया था. वहां पर उससे विशेष धर्म से संबंधित धार्मिक कार्य करने के लिए कहा गया था.