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कोहरे में हादसे से कैसे बचें?? जानिए डीसीपी ट्रैफिक नोएडा से

दिल्ली-एनसीआर में ठंड और कोहरा बढ़ने के साथ-साथ घने कोहरे की वजह से सड़कों पर हादसे भी बढ़ने लगते हैं. ऐसे में सड़क हादसों से बचने के लिए कुछ ऐहतियात बरतना जरूरी है. इनसे न केवल सड़क हादसे टल सकते हैं, बल्कि कई लोगों का जीवन भी बचाया जा सकता है. इसके लिए नोएडा के ट्रैफिक विभाग के डीसीपी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में सुरक्षित ड्राइविंग करने के कुछ टिप्स दिए.

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Published : Dec 20, 2022, 7:25 PM IST

नोएडा के ट्रैफिक विभाग के डीसीपी की ईटीवी भारत से एक ख़ास बातचीत

नई दिल्ली/नोएडा:इन दिनों दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मगर इस बीच सभी लोग अपने अपने काम के लिए घर से ऑफिस जाते हैं. घने कोहरे में सफर करना मुश्किल होने के साथ काफी जोखिम भरा भी है. अक्सर लोग गाड़ियों की रफ्तार अत्यधिक रखते हैं, जिसके चलते हादसे ठंड के मौसम में कोहरे के चलते हो जाते हैं. ऐसे में कोहरे में सुरक्षित ड्राइविंग कैसे करें यह जानना महत्वपूर्ण हो जाता है. इस मामले में नोएडा के डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद ने ईटीवी भारत के जरिये फॉग में ड्राइविंग करने के कुछ ख़ास टिप्स दिए.

वाहन चालक कोहरे में डाइविंग करते समयइन बातों का रखें विशेष ध्यान:-

वाहन धीरे चलाएं

घने कोहरे के दौरान सड़क गीली हो जाती है. विजिबिलिटी कम होने की वजह से सही रास्ते का अनुमान लगाना भी मुश्किल हो जाता है, ऐसे में वाहन की गति तेज हो तो अचानक ब्रेक लगाने पर वाहन के फिसलने का खतरा बढ़ जाता है. बेहतर है कि जल्दबाजी किए बिना, धीरे-धीरे और सावधानी से वाहन चलाया जाएं.

लो बीम पर रखें हेडलाइट

गाड़ी की हेटलाइट्स को हाई के बजाय लो बीम पर रखें. ऐसे में आपको सामने से आने वाले गाड़ी स्पष्ट दिखाई देगी.

गाड़ी में लगवाएं फॉग लाइट

घने कोहर में हेटलाइट के साथ फॉग लाइट जलाना न भूलें. यह धुंध काटने में मददगार साबित होता है. कुछ लोग धुंध में सिर्फ फॉग लाइट का सहारा लेते हैं. ये भी गलत है. दूर से आने वाले लोगों को फॉग लाइट दिखाई नहीं देती. इसलिए हेडलाइट्स के साथ फॉग लाइट जररु जलाएं.

कभी भी अचानक गाड़ी न रोकें

कोहरे में कभी भी अचानक गाड़ी रोकने का प्रयास नहीं करना चाहिए, क्योंकि पीछे से आ रही गाड़ी कोहरे के चलते आगे की गाड़ी को नहीं देख पाती और हादसा हो जाता है.

लाइन में चलाएं गाड़ियां

कोहरा घना हो तो सड़क के बाएं किनारे को देखकर गाड़ी ड्राइव करें. इसका लाभ यह होगा कि बिना किसी भटकाव के आपकी गाड़ी सीधी लाइन में चलती रहेगी.

लेन ड्राइविंग का रखें विशेष ध्यान

कोहरे में हमेशा अपनी लेन में ही ड्राइव करें. उलटी लेन में गाड़ी चलाने से आप सामने से आ रही गाड़ियों से टकरा सकते हैं.

इंडीकेटर का करें प्रयोग

रात के वक्त वाहन चलाने पर इंडिकेटर का इस्तेमाल जरूर करें. यह कोहरे और धुंध में भी मददगार बनता है. अधिक कोहरा होने पर इंडिकेटर जला देना चाहिए. इससे पीछे चल रहे वाहन को इस बात की जानकारी हो जाएगी कि सड़क पर उनके अलावा और भी वाहन दौड़ रहा है. अचानक गाड़ी मोड़ने से पहले इंडिकेटर नहीं देने पर दुर्घटना की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.

पार्किंग लाइट का करें इस्तेमाल

कोहरे के समय कहीं भी गाड़ी रोकने से बचें और कहीं गाड़ी पार्क भी करनी हो तो पहले पेर्किंग लाइट जलाएं और फिर गाड़ी को रोड पर साइड में लगाएं. ऐसा करने से आपके पीछे वाले ड्राइवर को पता होगा ही आप गाड़ी पार्क करने वाले हैं.

दूरी का रखें ध्यान

धुंध में हादसों से बचने के लिए सामने वाली गाड़ी से एक तय दूरी बनाकर चलना चाहिए. कोहरे में सड़कें गीली होती हैं. इसलिए हो सकता है कि जब तक ब्रेक लगे तब तक वाहन सामने वाली गाड़ी से टकरा जाए. ऐसे में भारी वाहनों से एक निश्चित दूरी बनाकर चलना ही बेहतर है.

ओवरटेक करने से बचें

जब तेज ठंड और कोहरे के बीच सड़क पर निकलें तो यह बात दिमाग में रखें कि ठंड की वजह से अक्सर टायर कठोर हो जाते हैं और कोहरे वजह से सड़के अक्सर गीली हो जाती है. ऐसे में तेज गती में वाहन को नियंत्रित करना बहुत चुनौतिपूर्ण होता है. इसके अलावा ऐसी परिस्थिति में अचानक ब्रेक लगाना तो और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. लिहाजा जब कोहरे में सड़क पर निकलें तो दूसरे वाहनों को बहुत तेज गति में ओवरटेक करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. ऐसा करना अक्सर दुर्घटना का कारण बनता है.

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इन सबके अलावा डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद ने बताया कि वाहन चालक हाईवे पर चलते समय लेन ड्राइविंग का विशेष ध्यान रखें. उन्होंने बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वेपर हल्के और भारी वाहनों की गति सीमा निर्धारित की गई है. साथ ही यमुना एक्सप्रेस वे पर भी वाहनों की गति सीमा पर अंकुश लगाने का काम किया गया है, ताकि हादसों में कमी लाई जा सके.

डीसीपी ट्रैफिक ने कहा कि हादसे में कमी लाने के लिए लोगों के बीच लाउडस्पीकर के साथ ही अन्य माध्यमों से जागरूक करने का काम किया जा रहा है. कोहरे के दौरान दुर्घटना संभावित स्थानों को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है.

डीसीपी ने बताया कि हादसों में कमी लाने के लिए गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी में 10 से 12 पॉइंट चिह्नित किए गए हैं, जो कोहरे के समय में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील दुर्घटनाओं को लेकर है. इसे लेकर ट्राफिक बुलेटिन भी जारी किया जाएगा. इन रास्तों पर चलने वाले लोगों को ट्रैफिक के संबंध में सही जानकारी समय पर मिल सके और लोग यातायात नियमों का सही तरीके से पालन करते हुए अपने गंतव्य को जा सकेंगे और हादसों पर अंकुश लगाया जा सकेगा.

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