नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा की एक गारमेंट कंपनी के तीन ठिकानों पर राज्य जीएसटी विभाग की टीम (State GST Department Team) ने एक साथ छापेमारी की. 26 घंटे तक चली जांच के दौरान 1.55 करोड़ रुपए की गड़बड़ी सामने आई. जांच टीम को कंपनी के लॉकर से 64.69 लाख रुपए भी मिले, जिसकी कंपनी के कैशबुक में कोई एंट्री नहीं थी. इसकी सूचना आयकर विभाग को दी गई. जीएसटी और आयकर विभाग की टीमें देर रात तक जांच में जुटी रही.
जीएसटी विभाग के संयुक्त आयुक्त मनोज कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 11 बजे राज्य जीएसटी विभाग के नोएडा जोन संभाग-बी की अलग-अलग जांच टीमों ने यूनाइटेड एग्जिम प्राइवेट लिमिटेड के सेक्टर 65 के बी-ब्लॉक स्थित दो परिसरों के अलावा सेक्टर 63 के सी-ब्लॉक स्थित एक अन्य कंपनी पर छापेमारी की. बता दें, कंपनी गारमेंट एक्सपोर्ट का काम करती है. इसकी कई मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट है, जिनके दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है.
नोएडा में गारमेंट कंपनी पर जीएसटी का छापा उन्होंने बताया कि दस्तावेज जांचने पर पाया गया कि कंपनी ने 1.55 करोड़ रुपए की फर्जी आईटीसी को टैक्स देयता में समायोजित किया है. साथ ही इनमें से एक परिसर में कंपनी अघोषित तरीके से चलाई जा रही थी. जांच के दौरान स्टॉक और रजिस्टर में मिले अंतर के आधार पर 3.25 करोड के जुर्माने का आंकलन किया गया है. 1.55 करोड़ आईटीसी को मिलाकर 4.80 करोड़ रुपए जमा करने के निर्देश कंपनी के प्रबंधन को दिए गए हैं.
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विश्वकर्मा ने बताया कि कंपनी ने दो करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी परिसर के लॉकरों की जांच में 64.69 लाख रुपए बरामद किए गए. इसका कैशबुक में कोई रिकॉर्ड नहीं मिलने पर जीएसटी अधिकारियों ने आयकर विभाग को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रविवार शाम को आयकर विभाग की टीम पहुंच गई और उसने बरामद रकम को जब्त कर लिया.