नई दिल्ली/गाजियाबाद : दिल्ली एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है. चारों तरफ धुंध की चादर नजर आ रही है. लोगों को प्रदूषित हवा में सांस लेने के साथ-साथ आंखों में जलन की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है. शुक्रवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 400 के पार दर्ज किया गया है. यानी प्रदूषण स्तर डार्क रेड जोन में है.
एक्सपर्ट्स की मानें मौजूदा समय में प्रदूषण बच्चों और बुजुर्गों के लिए सबसे अधिक घातक है. गौतमबुद्ध नगर में कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी स्कूलों में 8 नवंबर तक ऑनलाइन क्लास चलाने के आदेश जारी हुए हैं. इसके बाद गाजियाबाद में भी नोएडा की तर्ज पर स्कूल बंद कर ऑनलाइन क्लासेज चलाने की मांग उठ रही है.
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गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन (Ghaziabad Parents Association) के मीडिया प्रभारी विवेक त्यागी के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के हालात बदतर होते जा रहे हैं. गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार है, जो बच्चों के फेफड़ों और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है. गौतमबुद्ध नगर में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों में 8 नवंबर तक ऑनलाइन क्लास चलाने के आदेश जारी हुए हैं. गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन जिला प्रशासन से मांग करती है कि बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद किया जाए. हमें उम्मीद है जिला प्रशासन इस विषय पर गंभीरता से विचार कर जल्द ठोस कदम उठाएगा.
गाजियाबाद में स्कूलों को बंद करने की मांग वहीं, जिला प्रशासन ऑनलाइन कक्षाएं चलाने पर निर्णय ले सकता है. जिला प्रशासन के मुताबिक आज शिक्षा और स्वास्थ विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की जाएगी. आने वाले दिनों में प्रदूषण के क्या कुछ हालात रहेंगे इस पर भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी. आगामी दिनों के लिए प्रदूषण के अनुमान को देखत हुए ऑनलाइन कक्षाओं को संचालित करने का निर्णय लिया जाएगा.
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