नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद नगर निगम (Ghaziabad Municipal Corporation) आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए लगातार कवायद (Corporation engaged in improving economic condition) कर रहा है. विभिन्न सरकारी विभागों से टैक्स वसूलने की कार्रवाई निगम द्वारा तेज कर दी गई है. नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के मुताबिक़ ना केवल प्राइवेट प्रतिष्ठान से ही बल्कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के भवनों पर भी बकाया सहित सर्विस चार्ज और संपत्ति कर वसूलने के लिए कवायद तेज कर दी गई है. पुलिस आयुक्त गाजियाबाद भवन पर कुल बकाया 7 करोड़ 20 लाख लगभग था जिसमें लगभग एक करोड़ की वसूली की गई है. विभिन्न सरकारी भवनों पर संपत्ति कर बकाया है, जिसके लिए नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं.
डॉ. नितिन गौड़ के मुताबिक राज्य सरकार के भवनों पर कुल 120 करोड़ रुपये संपत्ति कर बकाया है, जबकि केंद्र सरकार पर 110 करोड़ रुपये संपत्ति कर बकाया है. विभिन्न सरकारी विभागों के संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर वसूली को आगे बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं. गाजियाबाद नगर निगम का कई प्राइवेट प्रतिष्ठानों पर भी बकाया है. एक निजी बिल्डर पर लगभग 8 करोड़ रुपये बकाया है. प्रत्येक माह 25 लाख का बकाया निगम द्वारा वसूल किया जा रहा है रहा है.
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