नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा:इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर 16 नवंबर को खत्म हुई जी 20 (G20) की बैठक में G20 की अध्यक्षता अगले 1 साल के लिए भारत को मिली है. इस नाते अगले साल नवंबर में जी 20 समूह में शामिल देशों की शिखर बैठक भारत में ही आयोजित की जाएगी. जी-20 समूह की अध्यक्षता को भारत की एक बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि माना जा रहा है और इसलिए अगले एक साल तक, सरकार की योजना शिखर बैठक से पहले अलग-अलग विषयों पर कई कार्यक्रम करने की है. इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश के चार शहरों वाराणसी, लखनऊ, आगरा एवं ग्रेटर नोएडा का चयन हुआ है. वहीं ग्रेटर नोएडा में होने वाले जी-20 के सभी कार्यक्रम के लिए गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (Gautam Buddha University) को चिह्नित किया गया है.
भारत जी-20 सम्मेलन की मेजबानी के लिए कमर कस चुका है. देशभर में जी-20 सम्मेलन और उसकी अध्यक्षता मिलने के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन की शुरुआत हो चुकी है. इस शृंखला में भाारतीय विश्वविद्यालय भी जुड़ रहे हैं. विश्वविद्यालयों को जी-20 सम्मेलन से जोड़ने के लिए यूजीसी ने 'यूनिवर्सिटी कनेक्ट' कार्यक्रम का आह्वान किया गया था जिसमें देशभर के विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया. इसमें गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी को भी आमंत्रित किया गया था. इसमें प्रतिभाग हेतु एक 30 सदस्यी दल गया था जिसमें कुलपति के नेतृत्व में 2 शिक्षक एवं 27 छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया था. कुलपति के अलावा प्रो. एनपी मलकानिया, अधिष्ठाता (शैक्षिक) एवं डॉ. राकेश कुमार श्रीवास्तव, छात्रों के साथ इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. इसके तहत देशभर के छात्रों को जी-20 सम्मेलन की बारीकियों से अवगत कराया गया.