नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश के हाइटेक सिटी नोएडा में पुलिस की बड़ी चूक से रिटायर्ड आर्मी कर्नल काफी परेशान है. कर्नल बीते 11 सालों से थाना सेक्टर 39 का चक्कर लगा रहे हैं. कर्नल का आरोप है कि पुलिस थाने से उनका लाइसेंसी असलहा गायब हो गया है और बीते 11 सालों से नहीं मिला है. बीते सालों से पुलिसकर्मी बस उन्हें टहला रहे हैं.
जानें क्या है पूरा मामला: सेक्टर 39 में रहने वाले कर्नल चरणजीत सिंह (रिटायर्ड) ने 2012 के चुनाव में अपनी लाइसेंसी पिस्टल थाना सेक्टर 39 में जमा कराया था. चुनाव के दौरान नियम के अनुसार लाइसेंसी असलहा रखने वाले अपने संबंधित थानों में जमा कर देते हैं, ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे या असलहा का किसी द्वारा कोई गलत प्रयोग ना किया जा सके. कर्नल की जमा की हुई गन पुलिस के पास से ही गायब हो गई.
कर्नल ने कुछ समय बाद जब अपनी पिस्टल वापस मांगी तो उनकी पिस्टल थाने में नहीं मिली. उन्होंने बताया कि इस बात की जांच की गई तथा जांच में पाया गया कि तत्कालीन हेड मोहरीर (मालखाना) बाबू खान की लापरवाही के चलते यह पिस्टल गायब हुई है. उन्होंने बताया कि मौजूदा हेड मोहरीर (मालखाना) रविंद्र सिंह की शिकायत पर तत्कालीन मालखाना मोहरीर बाबू खान के खिलाफ धारा 409 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. बाबू खान दीवान से दरोगा होकर मौजूदा समय में सेवानिवृत्ति हैं.