नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में कई बड़े-बड़े अस्पताल, स्कूल और होटल हैं, लेकिन वहां आग से बचने की सुविधा मौजूद नहीं होती है. इसके चलते आए दिन अग्निकांड होते रहते हैं. अग्निकांड की घटना को रोकने के उद्देश्य से फायर विभाग ने आकस्मिक चेकिंग और जागरूक करने का काम शुरू किया है. इसमें फायर विभाग ने डेढ़ सौ से अधिक अस्पतालों की जांच की है. इसमें कई अस्पतालों में काफी खामियां पाई गई, जिनके विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग को फायर विभाग की तरफ से नोटिस भेजा गया है. यह जानकारी नोएडा के फायर विभाग के सीएफओ प्रदीप कुमार चौबे ने दी.
अस्पताल, होटल और स्कूल यह वह महत्वपूर्ण स्थान है, जहां किसी हादसे के बाद लोगों को निकालना एक टेढ़ी खीर की तरह साबित होता है. ऐसे स्थानों पर आग लगने पर फायर की क्या व्यवस्था है और वहां लगे फायर के सिस्टम काम कर रहे या नहीं? इसकी जांच करने के लिए गौतमबुद्ध नगर जनपद के करीब 164 छोटे बड़े अस्पतालों की जांच नोएडा के फायर अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे द्वारा की गई. इसमें उनके द्वारा बताया गया कि 103 छोटे और बड़े अस्पताल ऐसे पाए गए, जहां पर काफी खामियां पाई गई.
अस्पतालों में पाई गई कमियों के संबंध में जहां फायर सिस्टम को सही करने के लिए उन्हें नोटिस दी गई. वही इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी नोटिस की प्रति लिपि भेजी गई है. चीफ फायर अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने ईटीवी भारत से बताया कि जिन अस्पतालों में कमियां मिली है, उन्हें जल्द सुधार करने और विभाग को अवगत कराने के लिए कहा गया है. निर्धारित समय के अंदर अगर उनके द्वारा कमियों को दूर नहीं किया गया तो, उनके खिलाफ अन्य कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि अस्पतालों की जांच के बाद होटल और स्कूलों की जांच शुरू की जाएगी. साथ ही लोगों को जागरूक भी करने का काम विभाग द्वारा किया जा रहा है.