दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

फाइनेंसर हत्याकांड: आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन तेज - Accused arrested

नई दिल्ली: फाइनेंसर हत्याकांड के आरोपियों को अबतक गिरफ्तार नहीं किए जाने के विरोध में प्रजापति समाज से सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी दफ्तर का घेराव किया, साथ ही जोरदार प्रदर्शन भी किया.

फाइनेंसर हत्याकांड

By

Published : Feb 8, 2019, 7:26 PM IST

समाज के पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द इस हत्याकांड के दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो न्याय के लिए दिल्ली से संसद तक आंदोलन किया जाएगा. उत्तर पूर्वी जिले के जाफराबाद क्षेत्र में लगने वाले यमुना विहार, घोंडा में परिवार के साथ रहने वाले सुरेश की उसके दफ्तर से बुलाकर हत्या कर दी गई. इतना ही नहीं उसके शव को यूपी के ट्रॉनिका सिटी इलाके में फेंक दिया गया. वारदात को डेढ़ महीना गुजरने के बावजूद आज तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला.

भाड़े के हत्यारों का इस्तमाल!
पीड़ित परिवार का आरोप है कि वारदात वाले दिन कुछ लोग सुरेश को उनके घर से बुलाकर ले गए, लेकिन डेढ़ महीना गुजर गया अब तक हत्यारों की गिरफ्तारी तो दूर केस को दिल्ली में दर्ज तक नहीं किया गया. परिजनों ने आरोप लगाया है कि वारदात को अंजाम देने के लिए भाड़े के हत्यारों का इस्तेमाल किया गया है.

फाइनेंसर हत्याकांड

धक्के खाने को मजबूर परिवार
पेशे से फाइनेंसर और प्रजापति समाज से जुड़ी को-ऑपरेटिव सोसाइटी चलाने वाले सुरेश प्रजापति की हत्या गत 27 दिसंबर को की गई थी. डेढ़ महीने से ज्यादा का समय गुजरने के बाद भी सुरेश के परिजन दिल्ली यूपी पुलिस अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं. वारदात के तीसरे दिन समाज के सैंकड़ो लोगों ने सुरेश के दुर्गापुरी, सौ फूटा रोड स्थित दफ्तर के आगे सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया था, क्योंकि सुरेश का शव ट्रॉनिका सिटी से मिला था. ऐसे में पुलिस अफसरों ने इन्हें समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया. परिजनों ने काफी मशक्कत के बाद केस से जुड़ी फाइल को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक कुछ नहीं किया.

पैसों के लेनदेन का शक
परिजनों का आरोप है कि एक सोची समझी रणनीति बनाकर षड्यंत्र के तहत सुरेश की हत्या कर दी गई. कहने को सुरेश को उसके घर से बुलाकर खजूरी इलाके में मर्डर किया गया, लेकिन केस को उलझाने के लिए शव यूपी इलाके में फेंका गया. परिजनों का आरोप है कि सुरेश के दफ्तर में हत्या से जुड़े सुराग हो सकते थे, जिन्हें मिटा दिया गया. इतना ही नहीं केस की तहकीकात के दौरान यूपी पुलिस ने सुरेश के दफ्तर की जांच करना भी जरूरी नहीं समझा. परिजनों ने वारदात में शामिल आरोपियों के पुलिस से मिलीभगत करके परिवार को गुमराह करने का भी आरोप लगाया है.

...करेंगे संसद तक आंदोलन
प्रजापति समाज के पदाधिकारियों ने सुरेश हत्याकांड की जांच दिल्ली पुलिस से नहीं कराने और हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं किए जाने पर दिल्ली से संसद तक आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है. जिस ढंग से एक सोची समझी रणनीति के तहत कुछ लोगों ने सुरेश की हत्या को अंजाम दिया है उससे लगता है की आरोपियों की या तो सुरेश से कोई रंजिश रही होगी या फिर पैसों के लेनदेन के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया.


फिलहाल इस वारदात में शामिल होने की बात कहते हुए यूपी पुलिस ने दो संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन सुरेश की मौत की वजह का अब तक खुलासा नहीं हो सका है. हालांकि, हत्याकांड की जांच दिल्ली पुलिस के पास आने के बाद इस केस से पर्दा उठने की उम्मीद है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details