नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के यात्रियों की सुरक्षा में तैनात स्थानीय पुलिस और यूपीएसएसएफ के जवानों के लिए एनसीआरटीसी, दुहाई डिपो क्षेत्र में आठ मंज़िला इमारत का निर्माण करेगी. जिसमें यूपी स्पेशल सेक्युरिटी फोर्सेस (यूपीएसएसएफ) के जवानों के रहने के लिए बैरकें भी बनाई जाएंगी.
आज नवनीत कौशिक (डायरेक्टर/सिस्टम्स और ऑपरेशन) और अन्य एनसीआरटीसी अधिकारियों की उपस्थिति में गाजियाबाद पुलिस आयुक्त अजय मिश्रा ने इस इमारत की आधारशिला रखी. इस इमारत का निर्माण कार्य जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
ये भी पढ़ें: Namo Bharat Rail: दिल्ली-मेरठ रूट पर दौड़ी देश की पहली 'नमो भारत' रेल, जानें इसकी खासियत
दुहाई डिपो स्टेशन के पास बनने वाली इस इमारत में स्थानीय पुलिस थाना और एसीपी, डीसीपी और यूपीएसएसएफ का कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा. इस इमारत के विभिन्न तलों पर, यूपी स्पेशल सेक्युरिटी फोर्सेस के 40 महिला स्टाफ और 210 पुरुष स्टाफ के लिए अलग-अलग बैरकें बनाई जाएंगी. इनमें कैंटीन और अन्य सुविधाएं भी शामिल होंगी. साथ ही, इन बैरकों में रहने वाले जवानों की आवश्यकताओं के अनुसार अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी.
आरआरटीएस के प्राथमिक खंड के स्टेशनों और दुहाई डिपो की सुरक्षा व्यवस्था यूपी स्पेशल सेक्युरिटी फोर्सेस के जवान संभाल रहे हैं. वर्तमान में यहां तैनात सभी जवान अलग-अलग जगहों से आते हैं. इस इमारत के निर्माण के बाद सभी जवान यहां बनाई जाने वाली बैरकों में रह सकेंगे. ऐसा होने से जरूरत की स्थिति में जवानों के एक साथ एकत्रित होने में भी सहूलियत होगी.
आरआरटीएस के प्राथमिक खंड में पाँच स्टेशन हैं, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. आरआरटीएस नेटवर्क के दुहाई से लेकर मेरठ साउथ तक अगला सेक्शन भी संचालित होने जा रहा है.
ये भी पढ़ें: Namo Bharat Rapid Rail: अब डेढ़ घंटे का सफर 45 मिनट में, जानिए, मुरादनगर से आनंद विहार कैसे पहुंचे जल्दी