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Durga Saptashati Path: गाजियाबाद के 550 साल पुराने मंदिर में हो रहा दुर्गा सप्तशती पाठ, लग रही भक्तों की कतार - गाजियाबाद की ताजा खबरें

गाजियाबाद के 550 साल पुराने देवी मंदिर में इन दिनों आस्था का जनसैलाब उमड़ रहा है. यहां नवरात्रि के अवसर पर दुर्गा सप्तशती के पाठ के साथ विशेष हवन पूजन भी किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त सम्मिलित हो रहे हैं.

Durga Saptshati Path held in 550 year old temple
Durga Saptshati Path held in 550 year old temple

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Published : Mar 26, 2023, 3:35 PM IST

गिरिशानंद गिरी, महंत

नई दिल्ली/गाजियाबाद:गाजियाबाद में चैत्र नवरात्रि के दौरान मंदिरों में काफी रौनक देखने को मिल रही है. प्रदेश के सभी मंदिर और देवी शक्तिपीठ दुल्हन की तरह सजे हुए हैं. चैत्र नवरात्रि के नौ दिन, भक्तों के लिए बेहद खास होते हैं. माना जाता है कि चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान मातारानी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं उनका विशेष आशीर्वाद मिलता है. उधर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के ऐलान के बाद, देवी मंदिरों और शक्तिपीठ में दुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन किया जा रहा है.

गाजियाबाद का दिल्ली गेट स्थित देवी मंदिर, उत्तर भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है. इस देवी मंदिर में मां बाला सुंदरी, चतुर्भुजी देवी बाल रूप में विराजमान हैं. यह मंदिर करीब साढे़ पांच सौ वर्ष पुराना है. मंदिर के 16वें महंत गिरिशानंद गिरी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी आस्था का बहुत सम्मान किया है. उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में दुर्गा सप्तशती के पाठ को उन्होंने प्रशासन द्वारा लागू कराया. ये अच्छी पहल है.

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दुर्गा सप्तशती पाठ का समय: महंत गिरिशानंद गिरी ने बताया कि, दुर्गा सप्तशती का पाठ सुबह होता है. सुबह 7 बजे से 9 बजे तक पूजन होता है, जिसके बाद 9 बजे से 12 बजे तक पाठ होता है. वहीं शाम 8 से रात 10 बजे तक हवन होता है. इस दौरान श्रद्धालु भारी संख्या में शामिल होते हैं और भक्तों में उत्साह देखते बनता है.

महंत गिरिशानंद गिरी ने आगे बताया कि मंदिर की सुरक्षा पूरी तरह से चाक-चौबंद है. पुलिस प्रशासन द्वारा काफी अच्छी व्यवस्था की गई है, जिससे भक्तों को मंदिर आने जाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. मंदिर के आसपास के रास्तों पर बैरिकेडिंग भी की गई है. उन्होंने बताया कि आगामी सप्तमी और अष्टमी तिथि में मां भगवती का जागरण होगा.

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