नई दिल्ली/गाजियाबाद: बलूचिस्तान की निर्वासित सरकार की प्रधानमंत्री डॉ नायला कादरी बलोच, मंगलावार को महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी और डॉ. उदिता त्यागी के साथ प्राचीन श्री दुधेश्वरनाथ मठ पहुंची. यहां श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज और दिल्ली गेट देवी मंदिर के महंत गिरिशानंद गिरि जी महाराज, स्वामी रमेशानंद गिरि जी महाराज के साथ अन्य संतों और ब्राह्मणों ने उनका स्वागत किया और आजाद बलोचिस्तान के निर्माण के लिए भगवान महादेव शिव की विशेष पूजा कराई. मंदिर में पूजा अर्चना और जलाभिषेक करने के बाद डॉ नायला कादरी ने कहा कि मुझे आज बहुत अच्छा लग रहा है. इस मंदिर की जो ऊर्जा है वह बहुत ही खूबसूरत है. मुझे सभी लोगों ने बहुत सम्मान दिया.
उन्होंने कहा कि हम यहां आशीर्वाद लेने के साथ भारतवासियों के लिए देवी हिंगलाज का आशीर्वाद साथ लेकर आए हैं और बलूचिस्तान की आजादी के लिए दूधेश्वरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और प्रार्थना करने के लिए आए हैं. बलूचिस्तान 700 साल से आजाद मुल्क था, लेकिन पाकिस्तान ने उसपर हमला कर कब्जा किया. बलूचिस्तान पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है और अपनी आजादी चाहता है.
उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन उसे तबाह करने की कोशिशें लगातार जारी हैं. बलोच युवाओं को उठा ले जाया जाता है, जिनका कोई पता नहीं चलता. हमें कई बलोच युवाओं की ऐसी डेड बॉडी मिली, जिसमें ऑर्गन तक नहीं थे. हमारे यहां की महिलाओं को भी उठाकर ले जाया जाता है और उनके साथ घिनौना काम किया जाता है.