अक्षरधाम मंदिर के डायरेक्टर ज्योतिंद्र दवे नई दिल्ली:जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के साथ विदेशी मेहमान दिल्ली में घूमने भी निकल रहे हैं. इसी क्रम में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को अक्षरधाम मंदिर में दर्शन-पूजन किया. इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ती भी मौजूद थीं. प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के लिए अक्षरधाम मंदिर समय से पूर्व सुबह छह बजे ही खोल दिया गया था.
दर्शन में बिताया ज्यादा वक्त: अक्षरधाम मंदिर के डायरेक्टर ज्योतिंद्र दवे ने बताया कि ऋषि सुनक काफी देर तक मंदिर परिसर में रहे और उन्होंने अपना ज्यादातर समय दर्शन में बिताया. उन्होंने कहा कि शनिवार रात ब्रिटेन हाई कमिशन की तरफ से बताया गया था कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले हैं.
200 वालंटियर को बुलाया गया:अधिकारियों ने यह भी बताया था कि वे सुबह 6:30 बजे आएंगे, जिसके बाद तैयारी करना एक चुनौती के समान था. ऐसा इसलिए था, क्योंकि मंदिर के ज्यादातर वालंटियर शनिवार रात 10 बजे ही घर लौटे थे. इसके बाद करीब 200 वालंटियर को सुबह छह बजे तक मंदिर में उपस्थित होने की सूचना दी गई. ज्योतिंद्र दवे ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने उनसे कहा कि उन्हें मंदिर आकर बहुत अच्छा लगा. मंदिर प्रशासन की तरफ से उन्हें यादगार के तौर पर मंदिर का प्रतीक भेंट किया गया.
यह भी पढ़ें-G20 Summit 2023: हुमायूं और सफदरजंग का मकबरा देखने पहुंचे विदेशी मेहमान, इतिहास से हुए रूबरू
घूमने निकल रहे मेहमान: इससे पहले शनिवार को अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अलबर्टो फर्नांडिज, यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल समेत अन्य विदेशी मेहमान हुमायूं का मकबरा और सफदरजंग का मकबरा देखने पहुंचे थे. साथ ही टर्की की फर्स्ट लेडी एमीन एर्दोगन सहित अन्य विदेशी मेहमानों ने कुतुब मीनार का दीदार किया था.
मंदिर यात्रा के अनुभव को किया शेयरःअपनी इमंदिर यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए प्रधानमंत्री सुनक ने कहा, 'मुझे और मेरी पत्नी को आज सुबह दर्शन और पूजा के लिए स्वामिनारायण अक्षरधाम जाकर प्रसन्नता हुई. हम इस मंदिर की सुंदरता और इसके शांति, सद्भाव और एक बेहतर इंसान बनने के सार्वभौमिक संदेश से अभिभूत हैं. यह न केवल एक पूजा स्थल है, बल्कि एक मील का पत्थर है जो भारत के मूल्यों, संस्कृति और दुनिया में योगदान को भी चित्रित करता है. आज हम ब्रिटेन में इन्हीं मूल्यों और संस्कृति को ब्रिटिश भारतीय समुदाय द्वारा हमारे देश में किए गए सकारात्मक योगदान के माध्यम से देखते हैं.
वहीं, संस्था के वरिष्ठ संत ब्रह्मविहारी स्वामी ने कहा, 'स्वामिनारायण अक्षरधाम में प्रधानमंत्री का स्वागत करना और परम पूज्य महंतस्वामीजी महाराज के शांति, एकता और सार्वजनिक सेवा के संदेश को साझा करना हर्ष की बात है. भारत के साथ यूके का रिश्ता दोस्ती के बंधन पर बना है और यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान यूके में भारतीय प्रवासियों द्वारा जीवंत व पोषित है. हमें प्रधानमंत्री की इस मंदिर यात्रा के माध्यम से इस रिश्ते को मजबूत करने में खुशी हुई.'
यह भी पढ़ें-G-20 Summit: 350 हाईराइज बिल्डिंग्स के रूफटॉप से की जा रही सुरक्षा की निगरानी