नई दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने पांडव नगर में कार सहित 70 लाख रुपये गायब करने के मामले को सुलझा लिया है. चोरी की इस वारदात को किसी और ने नहीं बल्कि शिकायतकर्ता ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस ने शिकायतकर्ता सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर 53 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं. पूर्वी दिल्ली जिला की डीसीपी अमृथा गुगुलोथ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जोधपुर निवासी मानिक चंद्र, रईस अहमद, जमील अहमद, नगमा और शबनम के तौर पर हुई है.
डीसीपी ने बताया कि 4 जुलाई को जैतपुर निवासी माणिक चंद ने अपनी शिकायत में बताया कि वह हरिद्वार स्थित एक कंपनी में काम करता है. 4 जुलाई को वह किराए की वैगनआर में एनएच-24 के रास्ते दिल्ली से हरिद्वार जा रहा था. कार को उसका जानकार चालक रईस अहमद चला रहा था. इस दौरान पांडव नगर इलाके के समसपुर बस स्टैंड पर चालक टॉयलेट के लिए रुका. इसी दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने कार चोरी कर ली. उन्होंने बताया कि किराए के उस वाहन में वह एक बैग ले जा रहे थे, जिसमें कंपनी का 2 लाख रुपये और उनके मालिक का पासपोर्ट था. शिकायतकर्ता ने कोई पीसीआर कॉल नहीं की थी.
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मामले की जांच शुरू की गई तो पता चला कि चोरी की गई कार में 2 लाख नहीं बल्कि 70 लाख रुपए थे. इस मामले जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया. शिकायतकर्ता और ड्राइवर दोनों को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था. दोनों से पूछताछ की गई, उनके बयान अलग से दर्ज किए गए. उनके मोबाइल फोन की जांच करने पर यह पाया गया कि कॉल विवरण जानबूझकर मिटाए गए थे. लगातार पूछताछ करने पर दोनों ने पैसे चुराने की साजिश रचने की बात कबूल कर ली. उन्होंने खुलासा किया कि माणिक चंद, रहीस अहमद को जानता था और उसके साथ ही मिलकर साजिश रची थी. पुलिस के सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं इस वारदात में शामिल दो लोग फरार हैं, उसकी तलाश की जा रही है.