नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान होगा. चुनाव मैदान में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी तीनों दलों का सीधा मुकाबला होना है. वर्तमान में दिल्ली की सभी सीटें बीजेपी के पास हैं.
दोबारा पार्टी के उम्मीदवार ही जीतें इसके लिए बीजेपी ने दिल्ली के मतदाताओं के बीच स्थानीय मुद्दों को उछाल कर उनसे वोट लेने की भी रणनीति बनाई है.
विजेंद्र गुप्ता खोलेंगे चुनावी वादों की पोल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी सत्ता में काबिज हुई थी. सरकार के वादे किस तरह अभी तक हवा-हवाई साबित हुए हैं, बीजेपी अब जनता के बीच इसकी पोल खोलेगी.
सरकार के काम से परेशान जनता बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह केजरीवाल के चुनावी वादों की पोल खोलकर लोगों से बीजेपी के लिए वोट की अपील करें. उन्होंने इसकी शुरुआत भी कर दी है.
सरकार के काम से परेशान जनता
दिल्ली सरकार द्वारा कुल बजट 40 फीसद शिक्षा व स्वास्थ्य के मद में खर्च होने के बाद भी स्कूलों और अस्पतालों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है. स्कूलों में छात्रों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिली है, फेल छात्रों की संख्या में इजाफा हो रहा है, शिक्षक व प्रधानाचार्य की भयंकर कमी से पूरा सिस्टम बिगड़ गया है तो उधर अस्पतालों में मरीजों का भी बुरा हाल है.
बीजेपी जल्द खोलेगी अपने पत्ते
लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ आम आदमी पार्टी ने सातों सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. कांग्रेस के प्रत्याशियों का नाम जल्द तय होने वाला है.
वहीं बीजेपी कब पत्ते खोलेगी इस बारे में कुछ तय नहीं है. वहीं अलग-अलग मोर्चों को केंद्र सरकार की उपलब्धि गिनाने के लिए सड़क पर उतरने का काम सौंपा गया है.