नई दिल्ली: इन दिनों प्रदूषण को लेकर दिल्ली की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो प्रदूषण का आंकड़ा 1000 को भी पार कर गया है. जिसकी वजह से दिल्ली के लोग काफी ज्यादा परेशान है. प्रदूषण की वजह से सांस लेने तक में लोगों को दिक्कतें हो रही हैं.
प्रदूषण के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया 'युद्धस्तर पर काम किए जा रहे हैं'
प्रदूषण के मामले पर जब ईटीवी भारत की टीम ने आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी मार्लेना से बातचीत की तो उन्होंने कहा दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. युद्धस्तर पर काम किए जा रहे हैं. जहां पर भी दिल्ली में बड़े स्तर पर कंस्ट्रक्शंन और डीजल जेनसेट चल रहे हैं. वहां पर चालान किया जा रहा है. अगर आपको भी ऐसी किसी जगह का पता लगता है, तो हमें बताएं हम वहां पर कंस्ट्रक्शन बैंन करवाएंगे और उसका चालान भी करेंगे.
46 फ़ीसदी प्रदूषण पराली के धुएं से
साथ ही साथ आतिशी मार्लेना ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद केंद्र सरकार दिल्ली एनसीआर और उसके आसपास के इलाकों में पराली का जलना बंद नहीं करवा पाई है. सफर की जो रिपोर्ट आई है. उसके मुताबिक राजधानी दिल्ली के प्रदूषण में 46 फ़ीसदी हिस्सा पराली जलाने से पैदा होने वाले धुएं का है.
'दिल्ली के प्रदूषण कम करने के लिए काम करें'
प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने कोई भी काम नहीं कराया. मैं केंद्र सरकार से चाहूंगी कि एक टाइम बाउंड लिमिट बताएं कि कब तक वो दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए काम करेंगे. प्रकाश जावड़ेकर जी से रिक्वेस्ट करूंगी कि वो ट्वीट करना बंद करें. प्रेस कॉन्फ्रेंस करना बंद करें. जमीनी स्तर पर उतरकर दिल्ली के प्रदूषण कम हो उसके लिए काम करें.