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कैसा रहेगा आपके लिए साल 2024 ? जानें सभी 12 राशियों का वार्षिक राशिफल

Horoscope 2024: राशिफल न सिर्फ राशि के अनुसार न सिर्फ आपके ग्रहों की स्थिति के बारे में बताया है, बल्कि यह भी बताता है कि किन चीजों का ध्यान रखकर आप ग्रहों के कुप्रभावों को कम कर सकते हैं. आइए जानते हैं 2024 के लिए सभी राशियों का राशिफल.

वार्षिक राशिफल 2024
वार्षिक राशिफल 2024

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 29, 2023, 6:10 AM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद:साल 2024 को लेकर जहां सबके मन में खुशी और उत्साह है, वहीं लोग यह जानने को भी उत्सुक हैं कि आने वाला साल कैसा रहेगा. इस बारे में ज्योतिषाचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि ज्योतिषीय दृष्टि से कन्या लग्न में नव वर्ष 2024 का शुभारंभ हो रहा है. प्रवेश कालीन कुंडली के अनुसार चतुर्थ भाव में सूर्य-मंगल का प्रभाव पूरे वर्ष रहेगा. इस साल भारत में आंतरिक व्यवस्थाओं में परिवर्तन होने की संभावना है. वहीं लग्न सप्तम में नीचस्थ केतु और राहु के प्रभाव से देश को विद्वेष, हिंसा, अराजकता का भी सामना करना पड़ेगा.

वहीं वर्ष प्रवेश काल के समय चंद्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति और राहु मूल नक्षत्रों में है, जो वर्ष 2024 में भारत को मजबूत राष्ट्र तो बनाएगा, लेकिन सीमा पर हलचल भी बढ़ेगी. वहीं आंतरिक शत्रु षड्यंत्र रचेंगे लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से शत्रुओं की चुनौती का जवाब भी दिया जाएगा. वहीं इस साल अराजकता और आतंकी गतिविधियां बढ़ सकती हैं. इसके अलावा शक्तिशाली राष्ट्रों के बीच विद्रोह या युद्ध की संभावना बनेगी. हालांकि भारत की आर्थिक, सामाजिक और सामरिक स्थिति मजबूत होगी. जानिए अपना वार्षिक राशिफल..

मेष राशि:मेष राशि के जातकों पर इस वर्ष शनि की विशेष कृपा रहेगी. बृहस्पति भी मेष राशि में रहेंगे. इस साल आपके जीवन में प्रगति के रास्ते खुलेंगे. धन-धान्य की वृद्धि होगी और परिवार में उत्सव का माहौल बनेगा. हालांकि मेष राशि के जातकों को क्रोध पर नियंत्रण रखकर खुद को विवादों से बचाना होगा. अपने रहस्य किसी के सामने प्रकट न करें. व्यवसाय अथवा नौकरी पेशा वाले व्यक्तियों के इस वर्ष से प्रमोशन, वेतन वृद्धि के योग बन रहे हैं.

वृषभ राशि:वृषभ राशि वाले व्यक्तियों के लिए यह वर्ष सकारात्मक संदेश लेकर आएगा. बृहस्पति के बारहवें में स्थान में होना कुछ कष्टकारी है, जिससे स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. संतुलित भोजन करने, योगाभ्यास अथवा ध्यान करने से आपको शांति मिलेगी. धन-धान्य के लिए किए गए प्रयास सफल होंगे. आर्थिक लाभ होगा. किसी मित्र अथवा दूरस्थ रिश्तेदार की सहायता से धन की वृद्धि होगी या कोई काम बनेगा. माता-पिता से संबंध अच्छे रखें, क्योंकि माता-पिता से संबंध अच्छे होंगे तो आपकी प्रगति, प्रमोशन कोई रोक नहीं पाएगा. इस वर्ष भावुकता से बचें और गरीब और मजदूर का अनादर न करें. परिवार में नवीन सदस्य के आगमन से प्रसन्नता मिलेगी. वाहन धीमे चलाएं और वाणी पर नियंत्रण रखें‌. वृषभ राशि के जातक मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए श्री सूक्त का पाठ करें.

मिथुन राशि:मिथुन राशि के जातकों के लिए चतुर्थ स्थान में केतु का प्रभाव वर्ष भर बना रहेगा. इससे सुख शांति के किए गए प्रयासों में सफलता की संभावना कम है. किंतु धनागम के स्रोत बने रहेंगे, क्योंकि भाग्य भाव में शनि अपनी राशि में रहेगा. मिथुन राशि के व्यक्तियों को इस वर्ष बाहरी संबंधों से अधिक लाभ मिलेंगे. वहीं दूरस्थ स्थानों की यात्रा के भी योग हैं. साथ ही विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं. अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करें और खान-पान पर ध्यान दें तो आपको अच्छा फल मिलेगा. पत्नी के साथ संबंध अच्छे रखें, धन की प्राप्ति निरंतर होती रहेगी. बेचैनी का अनुभव हो सकता है. मां दुर्गा की पूजा करें, शांति मिलेगी.

कर्क राशि:कर्क राशि के जातकों के लिए शनि की ढैया कुंभ राशि में चलती रहेगी. लेकिन कुंभ राशि में शनि अपने ढैया में भी लाभ देते रहेंगे. अनावश्यक विवाद से बचें. कोर्ट-कचहरी आदि के दुर्योग बन सकते हैं. लेकिन समझदारी से काम लेंगे तो ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव कम होगा. घर के बड़े बुजुर्गों की सहायता से आपको अनावश्यक विवादों से से मुक्ति मिल सकती है. कहीं पूंजी निवेश करना चाहते हैं तो कर सकते हैं, लाभ होगा. भूमि भवन का क्रय-विक्रय करना हो तो यह वर्ष आपके के लिए अच्छा है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और वाहन धीमे चलाएं. भगवान गणेश जी की पूजा करें और मंदिर में लड्डू का भोग लगाएं.

सिंह राशि:सिंह राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव में राहु चलते रहेंगे. यह किसी दुर्घटना या बीमारी का संकेत है. वाणी पर नियंत्रण रखें और सोच समझकर कार्य करें तो अच्छा रहेगा. अच्छी बात यह है कि राहु और केतु अपना नकारात्मक प्रभाव कम है, लेकिन विशेष सावधानी रखनी आवश्यक है. व्यवसाय और नौकरी में निरंतर लाभ होगा. घर के सुख संसाधनों में व्यय की अधिकता रहेगी. क्रोध पर नियंत्रण रखें और धैर्य बनाए रखें तो कार्य निर्विघ्न पूरे होंगे. छोटी यात्राएं या धार्मिक यात्राएं खूब होंगी. भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय और गायत्री मंत्र का जाप करने से बाधाएं दूर होंगी.

कन्या राशि:कन्या राशि के जातकों के लिए अष्टम भाव में गुरु का गोचर चलेगा. गुरु अष्टमी अच्छा लाभ नहीं देता इसलिए विशेषकर स्वास्थ्य पर ध्यान दें. दिनचर्या और खानपान व्यवस्थित रखें. धन लाभ होता रहेगा, किंतु व्यय की अधिकता से हमेशा अभाव महसूस रहेगा. खर्चो पर नियंत्रण रखें. घूमने की प्रवृत्ति जागृत होगी. परिवार अथवा मित्रों के साथ लंबी यात्रा या धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं. पिता के साथ संबंध अच्छे रखें तो लाभ होगा. दुर्गा मां की पूजा करें. गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करें.

तुला राशि:तुला राशि में इस वर्ष केतु का 12 वें स्थान में गोचर रहेगा. यद्यपि मित्र राशि में केतु बैठा हुआ है. इसके परिणाम स्वरूप धन के स्त्रोत बढ़ेंगे और धनागमन होता रहेगा. किंतु खर्च पर नियंत्रण रखें. भावुकता होकर अनजान व्यक्ति पर विश्वास न करें. परिवार में माहौल अच्छा रहेगा मंगल कार्य होते रहेंगे. किसी महिला सदस्य के द्वारा आर्थिक लाभ अथवा व्यापार व धन निवेश का कारण बनेगा. इससे आगामी समय में बहुत लाभ होने की संभावना है. अनावश्यक क्रोध से बचें और वाणी पर नियंत्रण रखें. मां लक्ष्मी की पूजा करें.

वृश्चिक राशि:वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह वर्ष शनि की ढैया का है. किंतु कुंभ राशि का शनि संघर्षों के बाद सफलता अवश्य दिलाता है. परिश्रम का लाभ मिलेगा. भाग दौड़ बहुत रहेगी. अनावश्यक थकान और बेचैनी हो सकती है इसलिए आराम करना बहुत जरूरी है. भाग दौड़ के चलते मानसिक तनाव रहेगा. स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. छोटी-मोटी बीमारी या हल्की-फुल्की चोट मोच आदि भी लग सकती है. भाई बहनों से संबंध अच्छे होंगे. आप उनकी सहायता करें तो अच्छा रहेगा. इससे मंगल प्रबल होगा और आपकी भूमि भवन संबंधी जो कार्यों में अड़चन चल रही है, वह शीघ्र ही दूर हो जाएगी. बुजुर्गो और माता-पिता का सम्मान करें. उन्हें प्रसन्न रखें तो पूरा वर्ष आनंद से गुजरेगा.

धनु राशि:धनु राशि के जातकों के लिए यह वर्ष बहुत अच्छा है. आय के विभिन्न स्तोत्र उत्पन्न होंगे. ईश्वर की कृपा बनी रहेगी. बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा. धन आने के बहुत अच्छे योग बनेंगे. किंतु जोश में होश में न खोएं. वाणी पर नियंत्रण रखें और गरीबों मजदूरों की सहायता और सेवा करें. परिवार में मंगल कार्य होंगे. परिवार की वृद्धि हो सकती है. अतिथि का आगमन होता रहेगा, जिससे व्यय में वृद्धि हो सकती है. स्वास्थ्य का ध्यान रखें और वाहन धीमे चलाएं. विष्णु भगवान जी की पूजा करें तो श्रेष्ठ रहेगा.

मकर राशि:मकर राशि पर गत कई वर्षों से शनि की साढ़ेसाती चल रही है, जो अब तक हानिकारक थी. लेकिन अब साढ़ेसाती की ढैया बहुत अच्छी है. जितना भी नुकसान अथवा हानि आपने सहन किया है वह पूरा हो जाएगा. भवन भूमि संबंधी जो यह निर्णय लिए हैं वे पूरे होंगे और व्यापार में वृद्धि होगी. धन निवेश के योग बनेंगे और नौकरी पेशा वालों के लिए पदोन्नति, ट्रांसफर अथवा वेतन वृद्धि के योग हैं. भाग दौड़ कम रखें. लंबी अथवा विदेश यात्रा के योग बनेंगे.

कुंभ राशि:कुंभ राशि वालों के लिए शनि की द्वितीय ढैया चल रही है. कुंभ राशि में शनि का होना एक अच्छा फलदायक योग है, क्योंकि शनि अपनी राशि के जातक को हानि नहीं पहुंचाते हैं. संघर्ष और भागदौड़ बहुत होती है, लेकिन पर्याप्त लाभ भी होता है. दूरस्थ यात्राओं का योग बन रहा है. अतिथि आगमन के योग बनेगा. भूमि-भवन का लाभ होगा घर में सुख संसाधनों का योग बनेगा. दुर्गा मां की पूजा करें अथवा हनुमान चालीसा का पाठ करें.

मीन राशि:मीन राशि वालों के लिए शनि की साढ़ेसाती की प्रथम ढैया, ढाई साल की चल रही है जो श्रम साध्य कार्यों में रुचि बढ़ाती है. कार्य की अधिकता से मन परेशान रह सकता है, किंतु लाभ के योग बनते रहते हैं. समाज में प्रतिष्ठा में बढ़ेगी. किसी के प्रति नकारात्मक भावना न रखें. छोटी-मोटी यात्राओं के काफी योग बनेंगे. स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कार्य करते रहें. परिवार में शुभ कार्य होने की योग हैं. इसके साथ-साथ धन लाभ होगा और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी. व्यापार में लाभ होगा और दूरस्थ स्थानों अथवा धार्मिक स्थान पर जाने की सुयोग बनेंगे.

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