नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति की बैठक में पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने भवन विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए. पार्षदों ने कहा कि एक तरफ जहां बिल्डर सात मंजिला तक बिल्डिंग बना रहे हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती, वहीं दूसरी तरफ 20 से 50 गज का मकान बनाने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है.
पूर्वी निगम का भवन विभाग गरीबों पर करता है कार्रवाईः पार्षद गीता रावत
आम आदमी पार्टी की निगम पार्षद गीता रावत ने भवन विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि लगता है यह नियंत्रण विहीन हो गया है. रावत ने कहा कि एक तरफ नियमों को तोड़कर बिल्डर 7 मंजिले तक बिल्डिंग बना रहे हैं, उस पर कोई कार्यवाई नहीं होती, वहीं 20 से 50 गज का मकान बनाने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है.
नेता सदन प्रवेश शर्मा ने गीता रावत की बात का समर्थन करते हुए कहा कि जब यहां आयुक्त रणवीर सिंह थे, तब इस बात पर सहमति बनी थी कि 50 गज तक के मकानों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी और उन्होंने इसके लिए निर्देश भी जारी किया था, जिन पर अमल होना चाहिए.
पूर्व महापौर विपिन बिहारी सिंह ने भी भवन विभाग में अनियमितताओं पर उंगली उठाई. अस्थाई समिति अध्यक्ष सतपाल सिंह ने कहा कि भवन विभाग में अराजकता का माहौल है. यहां से जूनियर इंजीनियर के तबादले कर अन्य विभाग से जूनियर इंजीनियर लगाने होंगे. उन्होंने एक निगमायुक्त को ऐसा करने के निर्देश भी दिए.