नई दिल्ली/नोएडाःउत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष की अध्यक्षता में जीएनआईओटी कॉलेज ग्रेटर नोएडा में एक युद्ध नशे के विरुद्ध विषय पर आधारित गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा. उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने दीप प्रज्वलित कर गोष्ठी का शुभारंभ किया. आयोग के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चों एवं युवाओं के चेहरे की मुस्कान को वापस लाने के लिए एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान को सफल बनाना बहुत जरूरी हो गया है.
डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश भर में बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, बाल पुलिस, चिकित्सक तथा स्वयंसेवी सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से आज की पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं. इससे प्रदेश भर में एक युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान को सफल बना कर बच्चों और युवाओं के चेहरे से जो मुस्कान गायब हो चुकी है, उस मुस्कान को वापस लाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को इस नशे की लत से मुक्त बनाया जा सकता है. आगे भी इसी तरह से अभियान को सफल बनाने के लिए आप युद्ध स्तर पर कार्रवाई करते रहें ताकि हम अपनी युवा पीढ़ी को इस नशे की लत से बचा सकें.
उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के संबंध में बताया कि आयोग के एडवाइजरी में यह व्यवस्था की गई है कि किसी भी शिक्षण संस्थान, स्कूलों के 100 मीटर के दायरे में कोई भी बीड़ी, गुटखा, सिगरेट आदि की दुकान नहीं होनी चाहिए. सभी मेडिकल स्टोर्स पर कैमरे स्थापित कराए गए हैं, ताकि बच्चों को नशीली दवाओं का विक्रय न हो पाए. आबकारी विभाग के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शराब की दुकानों पर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को शराब का विक्रय ने किया जाए.