नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, जिसके लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां और मंथन शुरू कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी के लिए हिंदुत्व एक बड़ा एजेंडा रहा है, जिसमें वर्ष 2014 के चुनावों में हिंदीभाषी राज्यों में उनकी बदौलत ही भाजपा को अभूतपूर्व सफलता मिली थी. ऐसे में हिंदुत्व और विकास में से बीजेपी को किसी एक को रणनीति के रूप में अपनाने की चुनौती है. बीजेपी अपनी चुनावी प्रयोगशाला में विराट हिंदू सम्मेलन करके यह टेस्ट करना चाहती है कि हिंदुत्व को लेकर लोगों का क्या मिजाज और मूड है.
इसी कड़ी में 1 अप्रैल को ग्रेटर नोएडा में 14वां विराट हिंदुत्व महासम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री, लोकसभा सांसद, विधायक और महामंडलेश्वर जगतगुरु समेत हजारों लोगों ने भाग लिया. कार्यक्रम में सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए नेताओं और धर्मगुरुओं ने लोगों को संबोधित किया. सनातन धर्म में जातियों का नाश करने और सनातन धर्म का अखंड निर्माण करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता 1008 जगतगुरु संतोष महाराज ने की, जिसमें मुख्य अतिथि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत शामिल हुए.
विराट हिंदुत्व महासम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि पहले लोग घबराते थे, कतराते थे, डरते थे और हिंदू का नाम लेना हिंदुत्व कहना लोगों ने बंद कर दिया था. लेकिन जब से मोदी आए हैं, लोग फिर से हिंदू कहने को गर्व महसूस करने लगे हैं. आज पूर्ण स्वाभिमान के रूप में हम खड़े हैं. यह परिवर्तन सिर्फ भारतवर्ष में ही नहीं आया पूरे विश्व में हिंदू की लहर दौड़ रही है. आज संस्कृत भाषा को सीखने के लिए विदेशों के लोग इस धरती पर आ रहे हैं. लोग हमारी संस्कृति के लिए भाग रहे हैं, दौड़ रहे हैं, यह परिवर्तन आया है. आज राम जन्मभूमि जिसके लिए हम लोगों ने 500 वर्षों से संघर्ष किया, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी के नेतृत्व में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है जो 2024 तक पूरा हो जाएगा.