नई दिल्ली:भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत को लेकर 35 दिनों से चल रहा पहलवानों का प्रदर्शन रविवार को समाप्त हो गया. नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान संसद भवन के सामने महिला पंचायत करने की जिद पर अड़े पहलवान जैसे ही संसद भवन के लिए चले, कुछ कदम दूर ही पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों का तंबू उखाड़ फेंका है. यह सब इतनी तेजी और अचानक हुआ कि प्रदर्शनकारी पहलवानों को कुछ समझ में नहीं आया. करीब 1 माह से अधिक समय से चल रहा यह धरना आखिरकार समाप्त हो गया.
प्रदर्शनकारी बोले-पुलिस को था मौके का इंतजार:पहलवानों ने नए संसद भवन पर प्रदर्शन करने के लिए कूच किया. दिल्ली पुलिस को उन्हें हटाने का बहाना मिल गया. एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस उन्हें लंबे समय से हटाना चाह रही थी, लेकिन हजारों लोगों के समर्थन के कारण हटा नहीं पाई. आज संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर देश की प्रतिष्ठा के नाम पर सभी को हटा दिया गया.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने ऐसा घेरा डाल दिया कि लोग शनिवार से ही धरना स्थल पर पहुंच नहीं पा रहे थे. रविवार को पुलिस ने मेट्रो भी बंद करवा दी. जिस कारण धरना स्थल पर बहुत कम संख्या में समर्थक पहुंचे. यही वजह है कि पुलिस को जंतर-मंतर से पहलवानों को हटाने में ज्यादा समय नहीं लगा.
प्रदर्शनकारियों ने किया पुलिस कार्रवाई का विरोध:पहलवानों और उनके समर्थकोंने दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का जमकर विरोध किया. लेकिन पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में लेकर उनके प्रदर्शन को विफल कर दिया. धरना स्थल के आसपास एक माह से लोगों की भीड़ और प्रदर्शनकारियों का शोर सुनाई पड़ रहा था. वहां अब सिर्फ पुलिसकर्मी और पुलिस के बैरिकेड ही नजर आ रहे हैं.