नई दिल्ली: दिल्ली के जनपथ में वेस्ट बंगाल एक्सपो 2019 का आयोजन किया गया है. जिसमें वेस्ट बंगाल की संस्कृति को समेटने की कोशिस की गई है. इस एक्सपो में कपड़े, हैंडीक्राफ्ट, तार से बने खिलोने समेत खाने-पीने के भी स्टॉल लगे हैं.
इस एक्सपो का आयोजन वेस्ट बंगाल टूरिज्म की तरफ से किया गया है. ये एक्सपो 15 दिन के लिए लगा है हो जो प्री दुर्गा पूजा की शॉपिंग के लिए है. लोग यहां आकर दुर्गा पूजा की प्री शॉपिंग कर सकते हैं.
गुड़ से तैयार की गई मिष्टि दोई और सौंदेश
वेस्ट बंगाल का फेमस संदेश मिष्टि दोई, मटन बिरयानी समेत विभिन्न प्रकार के खाने के स्टॉल मौजूद हैं. इसे तैयार करने वाले बावर्ची का कहना है कि वह गौर से बना हुआ स्पेशल सौंदेश और मिष्टि दोई बना रहे हैं.
कपड़े बने आकर्षण का केंद्र
वेस्ट बंगाल के कपड़े बेहद खास होते हैं क्योंकि अधिकतर कपड़े बेहद ही बारीकी और सुंदरता के साथ तैयार किए जाते हैं. जब एक्सपो में पहुंचे तो हमने देखा कि खादी, एंब्रॉयडरी से तैयार किए गए दुपट्टे, सूट साड़ियां मौजूद थी. जिन्हें कई रंगों से तैयार किया गया था.
एक्सपो में डोकरा ज्वेलरी की खास मांग
कपड़ों की ज्वेलरी के अलावा वेस्ट बंगाल संत निकेतन की खास ज्वेलरी भी एक्सपो में मौजूद है. जो वहां के कारीगरों ने बेहद ही खास और अनोखे तरीके से तैयार किया है. डोकरा ज्वेलरी जो कि बेहद खास मानी जाती है, इसकी काफी डिमांड भी लोग करते हैं.
घास से बनी चटाई
इसके अलावा एक्सपो में एक बेहद ही खास चीज भी हमने देखी जो कि घास से तैयार की गई थी हमने एक्सपो में घास से बनाई गई चटाई, पर्स और टोपी देखी जो कि कारीगरों ने बेहद शानदार तरीके से बनाई थी. जब हमने कारीगर से बात की तो उन्होंने कहा कि एक अलग तरीके से यह चीजें तैयार की गई है, ये बेहद ही आरामदायक होती है इससे गर्मी नहीं लगती.
जूट से तैयार की गई चप्पलें
एक्सपो में जूट से बनी चप्पल-जूते भी थी, जूट से चप्पल-जूतों को काफी सुंदर तरीके से तैयार किया जाता है. कारीगर वेस्ट बंगाल से बनाकर उन्हें दिल्ली में बेचने के लिए आते हैं.