नई दिल्ली: पहली मूसलधार बारिश में ही शासन-प्रशासन के दावे धुल गए. नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) की स्मार्ट सिटी नई दिल्ली इलाके की पोल रविवार को हुई हल्की बारिश ने खोलकर रख दी है. ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा था कि आप देश की राष्ट्रीय राजधानी में हो. दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस का भी ऐसा ही हाल नजर आया. हल्की बारिश के साथ ही पूरा कनॉट प्लेस स्विमिंग पूल में तब्दील हो गया.
महज कुछ घंटों की बारिश से ही कनॉट प्लेस में जलभराव घंटों इलाके में रहा जलभराव
अव्यवस्था ऐसी कि घंटों कनॉट प्लेस इलाके में जलभराव रहा. वहीं बच्चे स्विमिंग पूल समझकर मस्ती के साथ नहा रहे थे और गोते लगा रहे थे. इतना कुछ होने के बाद भी एनडीएमसी के अधिकारी यह मानने को बिल्कुल तैयार नहीं कि उनके इलाके में पानी कैसे भर सकता है. पानी तो एमसीडी के इलाकों में भरता है. एनडीएमसी के डेपुटेशन पर रखे गए अधिकारी सिर्फ अपनी सैलरी और सुविधाओं पर ध्यान देते हैं. जब इनसे सवाल पूछा जाता है कि स्मार्ट सिटी में पानी कैसे और क्यों घुसा तो इस पर अधिकारी मानने को तैयार नहीं होते और सीधा कह देते है कि ऐसा नहीं हो सकता.
तस्वीरें दिखाने पर चुप रहे अधिकारी
एनडीएमसी के व्हाट्सएप ग्रुप में जब अधिकारियों से पूछा गया कि कनॉट प्लेस और सरोजिनी नगर इलाके में पानी कैसे भरा, तो इस पर अधिकारी का जवाब सुनिए. उन्होंने सीधे तौर पर इनकार कर दिया कि एनडीएमसी इलाके में कहीं भी जलभराव की समस्या नहीं है. जहां कहीं भी पानी थोड़ा बहुत जमा था, उसे पंप से बाहर निकाल दिया गया. जहां तक मिंटो रोड का सवाल है, तो यह पीडब्ल्यूडी के तहत आता है, उनकी जिम्मेदारी नहीं है. यह जवाब इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट से आया और जब उन्हें तस्वीरें दिखाई गई, जिनमें सड़कों पर जलभराव दिख रहा था. उन्होंने चुप रहने में ही अपनी भलाई समझी क्योंकि उन्होंने साल भर तो कुछ काम नहीं किया है. अगर उन्होने सही तरीके से काम किया होता तो आज थोड़ी सी बारिश में एनडीएमसी का इलाका समंदर में तब्दील नहीं होता.
NDMC अधिकारियों ने समस्या से झाड़ा पल्ला मीडिया से बचते अधिकारीबता दें कि इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट समेत सभी विभाग के अधिकारी सीधे तौर पर मीडिया से बात करना नहीं चाहते. लेकिन जब उन्हें कनॉट प्लेस में कमर तक भरे पानी को दिखाया गया और उसमें बच्चे को तैरते हुए दिखाया गया तो उनकी बोलती बंद हो गई.