नई दिल्ली: जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर दिल्ली सरकार के जिन पांच बड़े अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है, उनमें लोकनायक अस्पताल भी शामिल है. दिल्ली सरकार के इस सबसे बड़ा अस्पताल में जी20 समिट के दौरान किसी भी तरह की चिकित्सकीय आवश्यकता के लिए 24 बेड रिजर्व रखे गए हैं. इसमें 20 सामान्य बेड और चार आईसीयू बेड शामिल हैं.
डॉक्टरों को किया गया ट्रेन: अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि बेड रिजर्व करने के अलावा अस्पताल में विदेशी मेहमानों का ध्यान रखते हुए 20 कैमरे भी तैयार रखे गए हैं. अगर किसी डेलीगेट को कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती है तो तुरंत उनको एंबुलेंस से अस्पताल लाकर तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए डॉक्टरों की ट्रेनिंग कराई गई है और उनकी 40 सदस्यीय टीम 24 घंटे तैयार रहेगी. इसमें शामिल डॉक्टर आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में 24 घंटे की ड्यूटी पर हैं. इसके अलावा अस्पताल जी20 शिखर सम्मेलन दौरान पूरी क्षमता के साथ काम करेगा.
मरीजों की संख्या में कटौती नहीं: उन्होंने बताया कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अस्पताल में की गई तैयारी को लेकर हमने ओपीडी में देखे जाने वाले मरीजों की संख्या में भी कोई कटौती नहीं की है. सामान्य दिनों की तरह ही मरीज ओपीडी में देखे जा रहे हैं. ओपीडी, आपरेशन, जांच जैसी सभी सुविधाएं सुचारू रूप से चल रही हैं. अस्पताल 10 सितंबर, रविवार को भी पूरी क्षमता के साथ काम करेगा. वहीं एक्सीडेंट एंड इमरजेंसी विभाग की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ऋतु सक्सेना को जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर अस्पताल में की गई तैयारी का नोडल ऑफिसर बनाया गया है.
अस्पताल में भीड़ रही कम: शुक्रवार को जी20 शिखर सम्मेलन का पहला दिन होने के चलते और सुरक्षा जांच की परेशानी से बचने के लिए अन्य दिनों की तुलना में कम मरीज अस्पताल पहुंचे. इसके चलते अस्पताल की ओपीडी में 12 बजे तक ही सारे मरीजों को देखने का काम पूरा हो गया था. आम तौर पर दोपहर दो बजे तक ओपीडी में मरीजों की भीड़ रहती है. इसी तरह जीबी पंत और जीटीबी अस्पताल में भी ओपीडी में अन्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या कम रही. हालांकि, इन दोनों अस्पतालों में भी सभी सेवाएं सामान्य रहीं.