नई दिल्ली:दिल्ली हाईकोर्ट में ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने के बाद अब शनिवार से जिला अदालतों में भी ग्रीष्मकालीन अवकाश की शुरुआत हो रही है. इसलिए अधिकतर नियमित मामलों की सुनवाई जुलाई में होगी. कड़कड़डूमा कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे एडवोकेट अरुण राघव ने बताया कि जिला न्यायालयों में क्रिमिनल कोर्ट का ग्रीष्मकालीन अवकाश 10 से 22 जून तक रहेगा. इसी तरह सिविल कोर्ट में 10 जून से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा.
इस बीच वेकेशन बेंच ही बहुत जरूरी मामलों की सुनवाई करेगी. एडवोकेट मनीष भदौरिया ने बताया कि हर जिले में एक सेशन जज और एक महानगर दंडाधिकारी (मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट) वैकेशन बेंच जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे. एक जुलाई से सभी कोर्ट विधिवत खुलेंगे. दिल्ली में सात जिला न्यायालय परिसर हैं. जिनमें कुल 11 जिलों के जिला न्यायालय स्थित हैं. इसके साथ ही फैमिली कोर्ट, पोक्सो कोर्ट, एनआईए कोर्ट सहित अन्य अलग कोर्ट भी हैं. इन सभी कोर्ट में बड़ी संख्या में मामले लंबित हैं. दिल्ली हाई कोर्ट में एक जून से लेकर 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश है. इस दौरान वैकेशन बेंच (एक डबल और एक सिंगल बैंच) द्वारा केवल अर्जेंट मामलों की सुनवाई की जा रही है.
ये हैं दिल्ली के जिला न्यायालय परिसर
राउज एवेन्यू कोर्ट:यह जिला न्यायालय परिसर मुख्य रूप से राजधानी का एमपी-एमएलए कोर्ट है. यहां सांसदों और विधायकों के मुकदमे चलते हैं. देश के अलग अलग राज्यों के नेताओं पर दिल्ली में ईडी, सीबीआई और दिल्ली पुलिस द्वारा जो भी मुकदमे दर्ज किए जाते हैं उनकी सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट में होती है.
राउज एवेन्यू कोर्ट के चर्चित मामले:इस कोर्ट में मौजूदा समय में सबसे चर्चित मामले दिल्ली के शराब घोटाले के हैं, जिसमें दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 30 से ज्यादा लोग आरोपी हैं और 29 लोग गिरफ्तार हुए हैं. इसके अलावा राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड केस, टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, जगदीश टाइटलर के खिलाफ 1984 सिख दंगे का मामला, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, आप नेता सत्येंद्र जैन, आप विधायक वीरेंद्र कादियान सहित अन्य नेताओं के केस भी यहीं लंबित हैं.
कड़कड़डूमा कोर्ट:कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में राजधानी के तीन जिलों पूर्वी जिला, उत्तर पूर्वी और शाहदरा जिले के जिला न्यायालय स्थित हैं. इनमें इन जिलों के परिवार न्यायालय भी स्थित हैं. इस कोर्ट में अत्यधिक मुकदमे लंबित होने के चलते काफी अधिक भीड़ भाड़ रहती है.
कड़कड़डूमा कोर्ट के चर्चित मामले:कड़कड़डूमा कोर्ट में फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगे के केस बड़ी संख्या में लंबित हैं. इस दंगे में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इन मामलों में मुख्य रूप से गवाही और फैसले सुनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है.
तीस हजारी कोर्ट:इस जिला न्यायालय परिसर में पश्चिमी जिला और मध्य जिले के जिला न्यायालय स्थित हैं. इसके अलावा यहां ट्रैफिक का वर्चुअल कोर्ट भी हैं, यहां भी मुकदमों के चलते काफी भीड़भाड़ रहती है. यहां हाल ही का कोई चर्चित मामला लंबित नहीं है.