नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड पानी की बर्बादी को रोकने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. बावजूद अधिकारी पानी के लीकेज की जानकारी होने के बाद भी इसे ठीक करवाना जरूरी नहीं समझते, मामला द्वारका सेल्टर-3 स्थित मधु विहार वार्ड का है, जहां दाता नगर वेलफेयर एसोसिएशन मधु विहार के प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी ने मुख्य पाइप लाइन लीकेज की शिकायत महीनों पहले से दिल्ली जल बोर्ड को देते आ रहे हैं, लेकिन जल बोर्ड इसे ठीक करने के बजाए उनकी शिकायत को ही झूठा बता रही है.
पानी लीकेज की तस्वीरों को दिखाने के बाद भी अधिकारी समस्या का निदान नहीं कर रहे हैं. जिसे देखते मधु विहार आरडब्लूए के प्रधान और महासचिव, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती से मिले. जिन्होंने लंबे समय से चली आ रही समस्या की जानकारी मिलते ही अधिकारियों को तत्काल इसे ठीक करने का निर्देश दिया है. इस दौरान सोमनाथ भारती ने कहा कि मधु विहार की तरह आरडब्लूए सभी जगह अगर एक्टिव हो जाए तो कोई समस्या ही उत्पन्न न हो. इस मौके पर प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी व महासचिव जगदीश नैनवाल ने सोमनाथ भारती को उनकी समस्याओं से जुड़े मुद्दे पर एक ज्ञापन भी सौंपा.
सोलंकी ने बताया कि मधु विहार बस स्टैंड के नजदीक द्वारका कमांड टैंक नंबर दो है. उन्होंने बताया कि इस कमांड से द्वारका, पालम, जनकपुरी व एयरपोर्ट के इलाकों में पेयजल की आपूर्ति की जाती है. उन्होंने कहा कि कमांड टैंक नंबर दो के दूसरे गेट के ठीक सामने मुख्य पाइप लाइन कई महीनों से लीकेज है. इस लीकेज के कारण लाखों लीटर पीने का पानी बह रहा है. दिल्ली जल बोर्ड को इस बाबत कई बार शिकायत की गई, लेकिन इस समस्या का समाधान अभी तक नहीं किया गया है. सोलंकी ने सोमनाथ भारती को बताया कि मधु विहार में अव्यवस्थित तरीके से डाले गए सीवर के मेन होल के अंदर से पूरी जमीन में पानी का रिसाव हो रहा है जिनकी मरम्मत कराई जाए.