नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृज भूषण सिंह के करीबी संजय सिंह चुनाव जीत गए. डब्ल्यूएफआई के नए अध्यक्ष संजय सिंह होंगे. चुनाव जीतने के बाद बृजभूषण सिंह के जंतर मंतर स्थित आवास पर उनके समर्थकों ने जीत का जश्न मनाया. इसके साथ उनके आवास पर 'दबदबा है, दबदबा तो रहेगा, वह तो भगवान ने दे रखा है' के पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह का भी फोटो लगा है.
सिंह बीते 12 साल से भारतीय कुश्ती संघ के लगातार अध्यक्ष थे. वह 30 साल से लोकसभा के सांसद भी हैं. उन्होंने पिछले दो चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीते हैं. इस बार उन पर महिला पहलवानों विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई अन्य पहलवानों द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे. साथ ही उनको कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाने और उनके और उनके परिवार के किसी भी सदस्य के कुश्ती संघ का चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाने की इन पहलवानों ने खेल मंत्रालय और केंद्र सरकार से मांग की थी.
पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर भी जंतर मंतर पर दो बार धरना दिया था. इसके बाद उनके खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज की गई थी. एक एफआईआर नाबालिग महिला पहलवान की शिकायत पर और दूसरी विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और अन्य महिला पहलवानों की शिकायत पर. बाद में नाबालिग महिला पहलवान ने अपने आरोप को वापस ले लिया था, जबकि दूसरे मामले में अभी राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इसके बाद खेल मंत्रालय ने पहलवानों को आश्वस्त किया था कि बृजभूषण के परिवार से कोई कुश्ती संघ का चुनाव नहीं लड़ेगा.
इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने बेटे को कुश्ती संघ अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ाया और फिर अपने करीबी संजय सिंह को चुनाव के लिए आगे किया. बृजभूषण के अध्यक्ष रहने के दौरान उनका बेटा करन भूषण सिंह भी कुश्ती संघ उपाध्यक्ष था. लेकिन, इस बार उन्होंने बेटे को चुनाव नहीं लड़ाया. कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष हैं और वह बनारस के रहने वाले हैं.