नई दिल्ली:जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है. इसी कड़ी में ABVP भी जेएनयू के छात्रों से उन्हें जेएनयू में काम करने का एक मौका देने के लिए कह रही है.
JNU में छात्रसंघ चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज इसको लेकर ABVP का दावा है कि जिस तरह से हर जगह से नकारात्मकता हटाकर एक सकारात्मक माहौल बनाया जा रहा है. उसी तरह ABVP द्वारा जेएनयू से भी सभी नकारात्मकताओं को हटाकर जेएनयू के छात्रों के मुद्दों को लेकर काम करेगी और सुनिश्चित करेगी कि जेएनयू का सकारात्मक विकास हो सके. ABVP इस बार जेएनयू में अपना परचम लहराने की हर कोशिश कर रही है. इसको लेकर वह जेएनयू के छात्रों को लुभाने में कोई कोई कसर नहीं छोड़ रही.
ऐसे में जेएनयू छात्रसंघ चुनाव को लेकर एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास ने कहा कि जेएनयू का शिक्षा के क्षेत्र से लेकर देश के विकास में एक बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
'शरारती तत्वों ने बदनाम करने की कोशिश की'
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भारत सरकार में मंत्री निर्मला सीतारमण, एस जे शंकर सहित तमाम लोग जेएनयू से पढ़कर देश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं लेकिन चंद शरारती तत्वों ने इसे बदनाम करने की कोशिश की है. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ऐसे लोगों को कभी कामयाब नहीं होने दिया है वह चाहे 2016 की घटना ही क्यों न हो.
उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा पद्धति होने के बाबत भी जेएनयू अपनी योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि देश विरोधी नकारात्मक तत्वों के लिए अधिक विख्यात हो रही है.
'जेएनयू की गरिमा किसी भी तरह से धूमिल ना हो'
वहीं श्रीनिवास ने कहा कि जेएनयू एक ऐसा मंच है जहां छात्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल करने आते हैं. ऐसे में एबीवीपी का भरसक प्रयास रहेगा कि जेएनयू की गरिमा किसी भी तरह से धूमिल ना हो.
उन्होंने कहा कि आए दिनों जेएनयू किसी न किसी मुद्दे को लेकर चर्चा में रहता है. लेकिन वह अपने रिसर्च को लेकर नहीं बल्कि किसी अन्य नकारात्मक कारणों से सुर्खियों में बना रहता है. वहीं मजाकिया लिहाज में सांसद हंसराज हंस द्वारा उसका नाम बदलने को लेकर कहीं जाने वाली बात को कुछ लोगो ने गलत तरीके से पेश किया.
उन्होंने सांसद का बचाव करते हुए कहा कि नाम बदलने की बात उन्होंने केवल मजाकिया लहजे में ही कही थी इसके पीछे उनकी मंशा किसी विवाद को खड़ा करने की नहीं थी. ऐसे में एबीवीपी सुनिश्चित करेगी कि इस तरह की कोई भी गतिविधि जेएनयू में ना हो. जेएनयू की नींव प्रथम प्रधानमंत्री के नाम पर रखी गई है और उसकी गरिमा हमेशा ही बनी रहेगी.
विश्वविद्यालय राजनीतिक मुद्दों से न हो प्रभावित
उन्होंने कहा कि वह छात्रों के बीच जाकर उन्हें इस बात से अवगत कराएंगे की एबीवीपी उनकी नकारात्मकता को नहीं बल्कि जेएनयू में हुए सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देने की मंशा रखती है.
उनका मानना है कि शिक्षण पद्धति से लेकर संशोधन तक जेएनयू में हर एक व्यवस्था को पहले से और भी सुदृढ़ और सशक्त बनाया जाएगा. इसके अलावा यह भी कोशिश की जाएगी कि यह विश्वविद्यालय किसी भी तरह की राजनीतिक मुद्दों से प्रभावित ना हो.
वहीं श्रीनिवास ने कहा कि जब भी एबीवीपी को छात्रसंघ में मौका मिला है ABVP ने छात्रों के मुद्दों को लेकर काम किया है. वहीं उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगर इस बार ABVP को मौका मिलता है तो वह छात्रों के हितों को लेकर काम करेगी.