नई दिल्लीःअक्षय तृतीया पर शनिवार को दिल्ली के सर्राफा बाजारों में ग्राहकों की भीड़ देखी गई. बावजूद उसके सोने का भाव बढ़ने के कारण कारोबार पिछले साल के मुकाबले 50 प्रतिशत तक कम रहा. कूंचा महाजनी स्थित द बूलियन एवं ज्वेलर्स एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष योगेश सिंघल ने बताया कि अक्षय तृतीया पर दिल्ली में करीब 250 करोड़ रुपये का अनुमानित कारोबार रहा. उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया पर इस बार सोने का रेट अधिक होने के चलते लोगों ने खरीदारी में कम रुचि दिखाई.
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि अक्षय तृतीया सनातनियों का बड़ा त्योहार है. दीपावली, धनतेरस के बाद सोने-चांदी की सबसे बड़ी बिक्री का पर्व अक्षय तृतीया है. ग्राहक आने वाली सहालग की खरीदारी भी अक्षय तृतीया से ही की जाती है. लगातार तीन वर्ष से कोरोना की मार झेल रहे सर्राफा बाजारों को इस अक्षय तृतीया पर संजीवनी का अनुमान था, किंतु लगातार बढ़ते भावों ने व्यापारियों को मायूस कर दिया.
35 से 40 प्रतिशत तक बिक्री कम: पंकज अरोड़ा ने बताया कि पिछली अक्षय तृतीया के मुकाबले इस बार बाजार करीब 35 से 40 प्रतिशत तक बिक्री कम रही है. पहली अप्रैल से बही खातों के नियमों में सख्ती, हॉलमार्क के नियमों में बदलाव और सोने-चांदी की महंगी कीमतें बाजार को बढ़ने नहीं दे रही हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले अबकी सोने का भाव 23 प्रतिशत तक अधिक है. लोगों के पास बजट नहीं है. इस वजह से कारोबार भी कम रहा है.