नई दिल्ली: जम्म-कश्मीर के आईएएस टॉपर रहे शाह फैसल को पिछले दिनों विदेश जाने के दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया था. इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दिल्ली हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा है कि शाह फैसल को आईबी के लुकआउट सर्कुलर जारी करने की वजह से हिरासत में लिया गया था.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हलफनामे में कहा है कि शाह फैसल अमेरिका में मास्टर्स इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स करने जाने वाले थे लेकिन उनके वीजा पर बी1 और बी2 छपा हुआ था जो कि स्टूडेंट वीजा नहीं है.
हलफनामे में कहा गया है कि शाह फैसल ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट नामक राजनीतिक दल का गठन किया है और केंद्र सरकार की ओर से पिछले 5 अगस्त को जो संवैधानिक बदलाव किया था. उसके मुखर विरोधी रहे हैं. ऐसे में उनका बिना किसी स्टूडेंट वीजा के, अमेरिका पढ़ने जाना इन दोनों मामलों में कोई सच्चाई नहीं है.
3 सितंबर तक टाला गया ये मामला
पिछले 23 अगस्त को शाह फैसल की याचिका पर हाईकोर्ट ने सुनवाई 3 सितंबर तक के लिए टाल दी थी. दरअसल 23 अगस्त को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सुप्रीम कोर्ट में पी चिदंबरम मामले में व्यस्त थे और हाईकोर्ट में सुनवाई के समय उपलब्ध नहीं थे, जिसके बाद कोर्ट ने 3 सितंबर तक के लिए सुनवाई टालने का आदेश दिया.
केंद्र सरकार को कोर्ट जारी कर चुकी है नोटिस
23 अगस्त को सुनवाई के दौरान फैसल के वकीलों ने मांग की कि उनके बेटे और माता-पिता को उनसे मिलने दिया जाए. तब कोर्ट ने कहा था कि फैसल की पत्नी, पुत्र और अभिभावक उनसे मिल सकते हैं, लेकिन एक साथ नहीं. केंद्र सरकार ने भरोसा दिलाया कि वह यह सुनिश्चित करेगी कि परिवार फैसल से मिल सके. वहीं शाह फैसल ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर किया है. पिछले 19 अगस्त को कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था.
14 अगस्त को फैसल हुए थे गिरफ्तार
बता दें कि शाह फैसल को 14 अगस्त को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लेकर श्रीनगर वापस भेज दिया गया था. श्रीनगर में उन्हें घर पर नजरबंद रखा गया है. शाह फैसल ने आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति की शुरुआत की. वे जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट पार्टी के अध्यक्ष हैं. वहीं केंद्र द्वारा धारा 370 खत्म किए जाने का उन्होंने जमकर विरोध किया है.