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रैपिड रेल सामान्य ऑपरेशंस के लिए तैयार, नवरात्रि में पीएम दे सकते हैं रैपिडेक्स का तोहफा - 16 से 20 अक्टूबर के बीच

inauguration of rapid rail : दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल का काम बहुत तेजी के साथ चल रहा है. प्रायोरिटी क्षेत्र पर रैपिड रेल सामान्य ऑपरेशंस की तरह संचालित भी हो रही है. उम्मीद की जा रही है कि नवरात्रि में दिल्ली एनसीआर के लोगों को पीएम मोदी रैपिड रेल की सौगात दे सकते हैं .

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 12, 2023, 5:00 PM IST

Updated : Oct 12, 2023, 9:25 PM IST

रैपिड रेल सामान्य ऑपरेशंस के लिए तैयार

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल का कार्य बहुत तेजी के साथ चल रहा है. साहिबाबाद से दुहाई स्टेशन (प्रायोरिटी सेक्शन) के बीच रैपिड रेल का काम कई महीने पहले पूरा हो चुका है. हालांकि अभी उद्घाटन का इंतजार है. लेकिन प्रायोरिटी क्षेत्र पर रैपिड रेल सामान्य ऑपरेशंस की तरह संचालन कर रही है. अभी यात्रियों के लिए रैपिड रेल की शुरुआत नहीं की गई है. खबर है कि नवरात्रि में दिल्ली एनसीआर के लोगों को रैपिड रेल की सौगात मिल सकती है.

जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी 16 से 20 अक्टूबर के बीच गाजियाबाद आ सकते हैं. संभावना है कि नवरात्रि के दौरान पीएम मोदी द्वारा जनता को रैपिडेक्स के सुहाने सफर की सौगात दे सकते है. दिल्ली से मेरठ के बीच बना रहे रैपिडेक्स कॉरिडोर का काम दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. आम पब्लिक को सेवा देने के लिए RapidX पूरी तरह से तैयार है.

आमतौर पर साहिबाबाद से दोहरी डिपो का सफर पब्लिक ट्रांसपोर्ट या फिर निजी वाहन से तय करना पड़ता है. 17 किलोमीटर की इस दूरी को तय करने में तकरीबन 45 मिनट से 1 घंटे का वक्त लगता है लेकिन रैपिड रेल इस दूरी को महज 12 मिनट में तय करेगी. 82 किलोमीटर के दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन होंगे.

रैपिड रेल से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार अपने स्लीक और अत्‍याधुनिक डिजाइन के साथ ये ट्रेनसेट, रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस हल्के वजन वाले होंगे और ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी), ऑटोमेटिक ट्रेन कंट्रोल (एटीसी), और ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन्स (एटीओ) के साथ संयोजित होंगे। रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम इन ट्रेनों की एक महत्वपूर्ण विशेषता है, जो ब्रेक लगाने पर बिजली उत्पन्न करती है और यह उत्पादित बिजली ट्रेन सिस्टम के ओवरहेड ट्रैक्शन के माध्यम से वापस इलेक्ट्रिक ग्रिड में चली जाती है.


Last Updated : Oct 12, 2023, 9:25 PM IST

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