नई दिल्ली:आज हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत सब के दिलों पर छाई हुई है, लेकिन क्या आपको पता है कि देश की सबसे पहली हाई गतिमान एक्सप्रेस है. जो 5 अप्रैल को अपना सातवां वर्ष पूरा करने जा रही है. इस अवसर पर ट्रेन के इंजन को ताजा खुशबूदार फूलों से सजाया जाएगा. साथ ही ट्रेन के स्टाफ ने केक और मिठाई बांटने का भी इंतजाम किया है. 5 अप्रैल की सुबह झांसी के लिए रवाना होने से पहले हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर केक काटकर और मिठाई बांटकर इस ट्रेन का सातवां जन्मदिन मनाया जाएगा.
180 की गति से दौड़ी थी गतिमान: वर्तमान में वंदे भारत एक्सप्रेस, शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की रफ्तार भी 130 से 140 किलोमीटर प्रतिघंटा है. लेकिन गतिमान की प्रतिभा, ट्रायल के दौरान ही नजर आ गई थी. इस एक्सप्रेस का ट्रायल 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से किया जाना था. ट्रेन की कमान संभाल रहे लोको पायलट पंकज गर्ग, विद्यासागर और ईश्वर सिंह को इसी स्पीड पर चलाने के निर्देश थे. जब इस स्पीड पर ट्रेन बढ़िया तरीके से चल रही थी तो उन्हें स्पीड को और बढ़ाने का निर्देश मिला. फिर क्या था. इसकी स्पीड को पहले 170, फिर 176 और आखिरकार 180 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचाया गया.
भारतीय रेलवे के लिए यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी और रेलवे ने इसे अच्छे तरीके से सेलिब्रेट किया. इसके लिए रेलवे ने ट्रायल से जुड़े तीनों लोको पायलट को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया था. ट्रेन के संचालन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आज भले ही 11 वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं, लेकिन गतिमान एक्सप्रेस पहले दिन से हमारे और लाखों यात्रियों के दिलों में बसी हुई है और भविष्य में लंबे समय तक यह यात्रियों के दिलों पर राज करेगी.
क्यों अहम है गतिमान एक्सप्रेस:गतिमान एक्सप्रेस देश की सबसे तेज चलने वाली पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है. दिल्ली से झांसी के बीच यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है. गतिमान एक्सप्रेस का संचालन पांच अप्रैल 2016 को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से आगरा के बीच शुरू किया गया था, जिसके दो साल बाद इसका विस्तार झांसी तक किया गया. आगरा से झांसी के बीच भी ट्रैक पर गतिमान एक्सप्रेस की रफ्तार को बढ़ाकर 130 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक किया गया था. अभी यह शुक्रवार को छोड़कर पूरे सप्ताह संचालित होती है.