नई दिल्ली/नोएडा: दादरी के एनटीपीसी प्लांट पर किसान अपनी मांगों को (Farmers protest for their demands) लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन की बौछार भी की. लाठीचार्ज में कई लोगों को चोट भी आई. इसके अलावा पुलिस ने 500 से ज्यादा किसानों पर मुकदमा भी दर्ज किया है. प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी.
लाठीचार्ज के विरोध में आसपास के गांवों में भी भारी रोष देखने को मिल रहा है, तो वही कई किसान संगठन किसानों के समर्थन में उतरते नजर आ रहे हैं. गुरुवार सुबह से ही रसूलपुर में महिलाएं ओर किसान इकट्ठा हुए और एनटीपीसी के पास ही रसूलपुर गांव में धरने पर बैठे हुए हैं. पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन महिलाएं धरने से नहीं उठी. धरना दे रहे किसान में महिलाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, उनका धरना जारी रहेगा.
महिलाओं के साथ किसान संगठन के लोग भी धरने पर बैठ गए. इन लोगों ने साफ तौर पर कहा कि जब तक किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले दोषी लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी, वह धरने से नहीं उठेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जितने भी किसानों को गिरफ्तार किया गया है, उन सभी को रिहा किया जाए और उनकी मांगों को माना जाए.
नोएडा में किसानों की प्रदर्शन एनटीपीसी के जीएम की तहरीर पर पुलिस ने 39 नामजद सहित करीब 500 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने किसान ने तस्वीर खलीफा सहित एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गुरुवार को भी एनटीपीसी के आसपास भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है. एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के लोगों के द्वारा यह धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. आशंका है कि और ज्यादा प्रदर्शनकारी इनके साथ शामिल हो सकते हैं. साथ ही कई किसान संगठन भी इनके समर्थन देने की बात कह रहे हैं और वह भी इनके साथ प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं. इसको लेकर प्रशासन किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है. इसलिए भारी पुलिस फोर्स को मौके पर तैनात किया गया है. पीएसी और आरएएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है.
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार धरनारत किसानों से संवाद करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन किसानों में लाठीचार्ज को लेकर भारी रोष है. उनका साफ कहना है कि दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो तभी आगे कोई संवाद किया जाएगा.