नई दिल्ली/गाजियाबाद: मार्च के महीने में जहां एक तरफ आंधी और बारिश ने किसानों की गेहूं की फसलों को नुकसान पहुंचाया तो वहीं अब चूहे गेहूं की फसलों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे में कृषि विभाग किसानों की गेहूं की फसलों को चूहों से सुरक्षित रखने के लिए गांवों में गोष्ठी का आयोजन कर किसानों को जागरूक कर रहा है. कृषि अधिकारी विकास कुमार के नेतृत्व में विभाग की कई टीमें गांवों में गोष्टी कर किसानों को गेहूं की फसलों को चूहों से सुरक्षित रखने के लिए पूरी प्रक्रिया समझाते हैं. गेहूं की खड़ी फसल में चूहे तकरीबन 3 से 4 प्रतिशत फसल का नुकसान करते हैं.
जिला कृषि रक्षा अधिकारी (गाजियाबाद) विकास कुमार के मुताबिक, चूहा संचारी रोग के वाहक का कार्य करता है. गेहूं की फसलों में चूहा बिल बना कर रहता है. चूहा किसानों को दो तरह से नुकसान पहुंचाता है. जब हम गेहूं की फसल को काटकर गेहूं को गोदाम में रखते हैं तो चूहा 6 से आठ प्रतिशत तक गेहूं को नुकसान पहुंचाता है. दूसरा गेहूं की खड़ी फसलों में. यदि गोदाम में हम गेहूं को रखते हैं तो ऐसे में गेहूं को चूहों से सुरक्षित रखने के लिए बिल्ली पाल सकते हैं. चूहेदान और माउस पैड का भी प्रयोग कर सकते हैं.
गेहूं की खड़ी फसलों को चूहे के खतरे से बचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. कृषि रक्षा अधिकारी विकास कुमार के मुताबिक एक हफ्ते की पूरी प्रक्रिया होती है जिसको क्रियान्वित कर गेहूं की फसल को चूहों द्वारा किए जा रहे नुकसान से बचाया जा सकता है.
फसलों को चूहों से सुरक्षित रखने की विधि:
खेतों की निगरानी कर पहले यह समझना होता है कि कहां-कहां पर चूहों के बिल बने हुए हैं. फिर खेत में मौजूद चूहों के बिलों को मिट्टी से भरा जाता है और एक डंडा गाड़ दिया जाता है.