नई दिल्ली:वसंत कुंज इलाके के रंगपुरी पहाड़ी में जहां कुत्तों ने आनंद और आदित्य नाम के दो भाइयों को नोंचकर मार डाला था, वहां पर लोगों के घरों में शौचालय तक नहीं हैं. ग्रीन बेल्ट में अनधिकृत रूप से बसी इन बस्तियों में करीब 500 झुग्गियों में दो हजार से ज्यादा लोग रहते हैं, लेकिन ज्यादातर घरों में शौचालय नहीं है.
नगर निगम या जिला प्रशासन की ओर से भी यहां शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. इसकी वजह से लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है. खुले में शौच जाने के कारण ही कुत्तों ने आनंद और आदित्य नाम के दो भाइयों पर हमला करके मार डाला. स्थानीय लोगों ने बताया कि आसपास काफी खुला एरिया है और पास में जंगल भी है. इसलिए जिन लोगों के घरों में शौचालय नहीं हैं वे लोग जंगल में ही शौच के लिए जाते हैं.
कुछ घरों में बने हैं शौचालय: यहां रंगपुरी पहाड़ी, काली मंदिर कैंप, रुचि कैंप जैसी छोटी छोटी बस्तियां हैं. ज्यादातर कैंपों में छोटे-छोटे कच्चे मकान बने हैं. ज्यादातर घरों की दीवारें ईंट से बनी हैं, लेकिन ज्यादातर घरों पर पक्की छत की बजाय किसी ने तीन शेड डाल रखा है तो किसी ने पॉलीथिन. लोगों ने अपने घरों के बाहर मलबा व कूड़े से गड्ढों को पाटकर जमीन समतल करवाई है, जिसमें बच्चे खेलते हैं. आनंद व आदित्य की मां सुषमा ने बताया इलाके में बहुत से आवारा कुत्ते रहते हैं. उनके दोनों बेटों की मौत के बाद दिल्ली नगर निगम की टीम ने करीब 40 कुत्तों को यहां से पकड़ा है.