नई दिल्ली: गैंगस्टर दिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हुई हत्या के मामले में कोर्ट ने चारों आरोपियों को चार दिन के लिए स्पेशल सेल की कस्टडी में भेज दिया है. चारों आरोपी 12 मई तक स्पेशल सेल की कस्टडी में रहेंगे. स्पेशल सेल हत्या को लेकर चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जिसमें दीपक उर्फ तीतर, योगेश टुंडा, राजेश और रियाज खान पर आरोप है कि उन्होंने तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी थी.
हत्या के बाद वायरल हुए जेल के सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि चारों ने टिल्लू पर हमला करके उसकी जान ले ली. फुटेज में यह भी दिख रहा है कि वारदात के समय मौके पर कई लोग मौजूद थे लेकिन किसी ने भी टिल्लू ताजपुरिया को बचाने की कोशिश नहीं की.
स्पेशल सेल आरोपियों से पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस हत्या की साजिश में उनके अलावा और कितने लोग शामिल हैं. चारों आरोपी कितने दिनों से हत्या को तैयारी कर रहे थे. इसके लिए क्या उन्हें जेल के किसी कर्मचारी से भी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मदद मिली थी. आरोपियों ने जेल की ग्रिल को काटकर जो हथियार बनाए, उसमें क्या जेल के किसी कर्मचारी ने उनकी मदद की. आखिर उन्होंने ऐसा कब किया कि किसी की नजर उन पर नहीं पड़ी. स्पेशल सेल यह भी पूछताछ कर रही है कि हत्या के लिए उन्हें गोगी गैंग से किसी का आदेश मिला था या उन्होंने खुद हत्या की साजिश रच डाली.
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गौरतलब है कि चारों आरोपित गोगी गैंग के सदस्य है. इन्होंने अपने सरगना जितेंद्र उर्फ गोगी की रोहिणी कोर्ट में हत्या का बदला लेने के लिए टिल्लू की हत्या की. गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के वक्त तिहाड़ जेल में ड्यूटी पर तैनात तमिलनाडु विशेष पुलिस के सात जवानों को निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि वारदात के दौरान ये लोग मूकदर्शक बने रहे. इन्होंने समय रहते कदम उठाया होता तो टिल्लू की जान बच सकती थी.