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Delhi Crime: कहीं आपका बच्चा भी तो नहीं कर रहा अश्लील चैट, दिल्ली पुलिस ने बताया बचने का तरीका, जानें

सोशल मीडिया के दौर में बच्चों पर नजर रखना बेहद मुश्किल हो गया है. ऐसे में अगर बच्चों को बिगड़ने से बचाना है तो उन्हें 'सेक्सटिंग' अपराध करने से रोकना होगा. दिल्ली पुलिस इसके लिए बड़े स्तर पर अभियान चला रही है.

'सेक्सटिंग' से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने शुरू किया अभियान
'सेक्सटिंग' से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने शुरू किया अभियान

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Published : Jun 11, 2023, 5:30 PM IST

नई दिल्ली: स्नातक के एक 17 वर्षीय छात्र ने इंस्टाग्राम पर 14 साल की नाबालिग लड़की से दोस्ती की. दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर लिया और व्हाट्सएप पर चैटिंग शुरू कर दी. कुछ ही दिनों में दोनों में अंतरंग बातें होने लगी. दोनों के बीच घंटों-घटों तक व्हाट्सएप के जरिए बातें होने लगी. लड़के ने एक दिन विश्वास में लेकर लड़की की आपत्तिजनक तस्वीरें अपने व्हाट्सएप पर मंगवा ली. इसके बाद वह लड़की से संबंध बनाने और अश्लील तस्वीरें भेजने का दबाव डालने लगा. ऐसा न करने पर वह लड़की की आपत्तिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने लगा.

जिससे लड़की मानसिक रूप से परेशान रहने लगी. यह देखकर घरवालों को कुछ शक हुआ. उन्होंने बच्ची को प्यार से समझाया और विश्वास में लिया. तब जाकर उसने अपनी समस्या माता-पिता को बताई. इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत दिल्ली पुलिस से की. पुलिस ने शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच में जुट गई. आखिरकार 27 जनवरी को नई दिल्ली जिला पुलिस ने आरोपी किशोर को पकड़ लिया. पुलिस को जांच में पता चला कि आरोपी किशोर जिस नंबर से चैट करता था वह उसके पिता के नाम पर था. पुलिस ने आरोपी किशोर के पिता और बच्चे की काउंसलिंग करने के साथ ही उसे हिदायत भी दी.

दिल्ली पुलिस का जागरुकता अभियान: मोबाइल और इंटरनेट की उपलब्धता बढ़ने के कारण ऐसी घटनाएं बहुत से बच्चों के साथ देखी गई है. सभी बच्चे अपने माता-पिता को हिम्मत करके यह बातें नहीं बता सकते हैं. कई बच्चों का यौन शोषण तक हो जाता है. ऐसे अपराध को सेक्सटिंग कहा जाता है. आसान शब्दों में सेक्सटिंग का मतलब है सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक मैसेंजर, व्हॉट्सएप, टेलीग्राम और दूसरे चैटिंग साइट्स पर अश्लील बातें करना और अश्लील फोटोग्राफ एवं वीडियोज भेजना. पुलिस ने ऐसे अपराध के प्रति बच्चों और उनके अभिभावकों को जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया है.

सभी थानों को मिली सख्त हिदायत: वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने दिल्ली के सभी थानों को सेक्सटिंग जैसे मामलों से निपटने के लिए सख्त हिदायत दी है. अधिकारियों ने पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पूरी गंभीरता से तुरंत मामले में जांच करने का आदेश दिया है. वहीं, बच्चों और अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए तुरंत पुलिस से इसकी शिकायत करें. आरोपियों का मोबाइल नंबर और उनकी सोशल मीडिया आईडी आदि सही समय पर पुलिस को उपलब्ध कराने से आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सकेगा.

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दिल्ली पुलिस सेक्सटिंग से निपटने के लिए तैयार: दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि ऐसे मामलों की जांच के लिए स्पेशल पुलिस यूनिट फॉर वीमेन एंड चिल्ड्रन (एसपीयूडबल्यूसी) है. इसके अलावा साइबर सेल भी ऐसे मामलों का नजर रखती है. स्थानीय थानों में इसके लिए विशेष रुप से प्रशिक्षित स्टाफ भी हैं जो बच्चों की काउंसलिंग के साथ ही ऐसा करने वाले अपराधियों से सख्ती से निपटते हैं. सेक्सटिंग के मामले लड़कियों के साथ ही नाबालिग लड़कों के साथ ही बड़ी संख्या में पाए गए हैं इसलिए अभिभावकों को बच्चों की पूरी निगरानी और उनके साथ मित्रवत व्यवहार करना चाहिए. उन्हें ऑनलाइन गतिविधियों के प्रति सुरक्षित रहने के लिए तैयार करना चाहिए.

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